Add as a preferred source on Google

Aankh Ka Paryayvachi Shabd | आंख का पर्यायवाची शब्द

“आंख” हमारे जीवन, साहित्य और पौराणिक कथाओं में दृष्टि, ज्ञान और समझ का प्रतीक रही है। यह केवल देखने का अंग नहीं है, बल्कि ज्ञान, दृष्टिकोण, और सजगता का प्रतिनिधि भी है। आंख का महत्व शिक्षा, दर्शन, कला, और दैनिक जीवन में अत्यंत महत्वपूर्ण रहा है। हिंदी साहित्य, शास्त्रीय ग्रंथ, और बोलचाल की भाषा में आंख के कई पर्यायवाची शब्द पाए जाते हैं, जो उनके रूप, गुण और संदर्भ के अनुसार भिन्न होते हैं। इस ब्लॉग में हम आंख के प्रमुख पर्यायवाची शब्द, उनके अर्थ, समूह और उपयोग को विस्तार से जानेंगे।

आंख का अर्थ (Meaning of Aankh)

आंख एक ऐसा इंद्रिय है जो हमें दृष्टि प्रदान करता है। यह ज्ञान, समझ, और सजगता का प्रतीक है। साहित्य और लोककथाओं में आंख को चेतना, जागरूकता और सौंदर्य का प्रतीक माना जाता है। हिंदी में इसके कई नाम हैं जो विभिन्न संदर्भों में प्रयुक्त होते हैं। शास्त्रीय रूप में इसे नेत्र, चक्षु या नयन कहा जाता है, जबकि बोलचाल में इसे आंख के रूप में जाना जाता है।


आंख के पर्यायवाची शब्द

नीचे आंख के प्रमुख पर्यायवाची शब्दों की सूची दी गई है। इनमें शास्त्रीय, साहित्यिक, और बोलचाल के शब्द शामिल हैं।

पर्यायवाची शब्दEnglish Transliterationअर्थ / व्याख्या
नेत्रNetrशास्त्रीय और सामान्य नाम आंख के लिए
चक्षुChakshuदृष्टि देने वाला अंग, शास्त्रीय शब्द
नयनNayanसुंदर और दृष्टि से संबंधित आंख
लोचनLochanप्राचीन और साहित्यिक संदर्भ में आंख
दृगDrgदेखने और दृष्टि का प्रतीक
अक्षिAkshiशास्त्रीय और संस्कृत में आंख
अंबकAmbakकोमल और सौंदर्यपूर्ण आंख
ईक्षणEekshanदृष्टि या देखने की क्रिया से संबंधित
दृष्टिDrshtiदृष्टि या देखने की क्षमता
विलोचनVilochanविशेष संदर्भ में आंख, शास्त्रीय रूप
दीठDeethबोलचाल और ग्रामीण परिवेश में उपयोग
चखChakhदृष्टि या देखने की क्रिया, बोलचाल में
चश्मChashmआंख या दृष्टि का प्रतीक, आम बोलचाल में

आंख के पर्यायवाची शब्दों का समूह और अर्थ

आंख के पर्यायवाची शब्द केवल शब्दकोश तक सीमित नहीं हैं। ये साहित्य, शास्त्रीय ग्रंथ, और दैनिक बोलचाल में व्यापक रूप से उपयोग किए जाते हैं। विभिन्न संदर्भों और गुणों के अनुसार आंखों के लिए अलग-अलग शब्द प्रचलित हैं, जो उनकी सजगता, सौंदर्य या सामान्य उपयोग को दर्शाते हैं।

1. शास्त्रीय/पुरातन समूह

नेत्र, चक्षु, नयन, लोचन, अक्षि, अंबक
ये शब्द मुख्यतः शास्त्रीय और संस्कृत ग्रंथों में पाए जाते हैं। ज्ञान, दृष्टि और सौंदर्य के प्रतीक के रूप में प्रयोग होते हैं।
उदाहरण:
“नेत्रों की चमक ने सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया।”
“चक्षु से उसने सब कुछ ध्यानपूर्वक देखा।”

2. दृष्टि और जागरूकता समूह

दृग, ईक्षण, दृष्टि, विलोचन
इन शब्दों का प्रयोग देखने, सजग रहने और ज्ञान प्राप्ति के लिए किया जाता है।
उदाहरण:
“ईक्षण ने उसे सही निर्णय लेने में मदद की।”
“विलोचन की शक्ति अद्भुत थी।”

3. सामान्य और बोलचाल समूह

दीठ, चख, चश्म
ये शब्द आम बोलचाल में या ग्रामीण परिवेश में प्रयुक्त होते हैं।
उदाहरण:
“गांव में दीठ की मदद से खेतों की देखभाल हुई।”
“चख से उसने सभी गतिविधियों का निरीक्षण किया।”


आंख के पर्यायवाची शब्दों का प्रयोग

आंख के पर्यायवाची शब्द केवल शब्दकोश में सीमित नहीं हैं। साहित्य, कविता, लोककथाओं और दैनिक बोलचाल में इनका प्रयोग व्यापक है।

साहित्य और कविता में:
“नयन की गहराई ने कवि को भावनाओं में डुबो दिया।”
“लोचन की चमक ने दृश्य को जीवंत कर दिया।”

पौराणिक और धार्मिक संदर्भ में:
“अक्षि से देखने वाले ने देवताओं की महिमा को जाना।”
“नेत्रों की शक्ति से ऋषि ने भविष्य देखा।”

दैनिक जीवन में:
“दीठ का उपयोग बच्चों की शिक्षा में किया गया।”
“चश्म की सहायता से वह दूर की वस्तुएं देख सका।”

आंख और दृष्टि के अन्य संदर्भ

आंख केवल देखने का अंग नहीं है, बल्कि यह ज्ञान, सजगता, और सौंदर्य का प्रतीक भी है। इसके पर्यायवाची शब्द भाषा की समृद्धि और विविधता को दर्शाते हैं।

  • नेत्र – शास्त्रीय और सामान्य नाम।
  • चक्षु – दृष्टि और सजगता का प्रतीक।
  • नयन/लोचन – सौंदर्य और दृष्टि का प्रतीक।
  • दृष्टि/ईक्षण – देखने और ज्ञान प्राप्ति का प्रतीक।


अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

प्रश्न 1: “आंख” का सामान्य अर्थ क्या है?

उत्तर: दृष्टि देने वाला अंग, जो देखने और ज्ञान का प्रतीक है।

प्रश्न 2: आंख के प्रमुख पर्यायवाची शब्द कौन से हैं?

उत्तर: नेत्र, चक्षु, नयन, लोचन, दृग, अक्षि, अंबक, ईक्षण, दृष्टि, विलोचन, दीठ, चख, चश्म आदि।

प्रश्न 3: “नेत्र” और “चक्षु” में अंतर क्या है?

उत्तर: नेत्र सामान्य और शास्त्रीय नाम है, जबकि चक्षु विशेष रूप से दर्शन और दृष्टि के संदर्भ में प्रयुक्त होता है।

प्रश्न 4: आंख के पर्यायवाची शब्द साहित्य में कैसे प्रयुक्त होते हैं?

उत्तर: ज्ञान, सजगता, दृष्टि और सौंदर्य का प्रतीक बताने के लिए।

प्रश्न 5: दीठ और नयन में क्या अंतर है?

उत्तर: दीठ सामान्य और बोलचाल में प्रयुक्त शब्द है, जबकि नयन अधिक सौंदर्य और भावनाओं के संदर्भ में उपयोग होता है।


Leave a comment