Add as a preferred source on Google

Mor Ka Paryayvachi shabd | मोर का पर्यायवाची शब्द

हिंदी भाषा में “मोर” शब्द का प्रयोग एक सुंदर और आकर्षक पक्षी के लिए किया जाता है, जो अपनी रंग-बिरंगी पूंछ और नृत्य के लिए प्रसिद्ध है। “मोर” को भारतीय संस्कृति में गौरव, सौंदर्य, और शुभता का प्रतीक माना गया है। यह वर्षा के आगमन पर नृत्य करता है और अपने मनमोहक स्वरूप से प्रकृति की शोभा बढ़ा देता है।

मोर का अर्थ

“मोर” का अर्थ होता है, एक सुंदर पक्षी, जिसके लंबे और रंगीन पंख उसे अन्य पक्षियों से अलग बनाते हैं। संस्कृत में इसे “मयूर” कहा जाता है, और यह भारत का राष्ट्रीय पक्षी (National Bird) है। मोर का संबंध अक्सर नृत्य, सुंदरता और वर्षा ऋतु से जोड़ा जाता है।

उदाहरण:

  • मोर ने वर्षा की पहली बूंद पर नृत्य करना शुरू कर दिया।
  • राजा के दरबार में मोरपंख का पंखा शोभा बढ़ा रहा था।
  • कवि ने मयूर की सुंदरता का वर्णन अपने काव्य में किया।


मोर के पर्यायवाची शब्द

मोर के पर्यायवाची शब्द वे शब्द हैं जो “मोर” के समान अर्थ व्यक्त करते हैं और उसकी सुंदरता, आकर्षण तथा सांस्कृतिक महत्व को दर्शाते हैं। नीचे मोर के प्रमुख पर्यायवाची शब्दों की सूची दी गई है।

पर्यायवाची शब्दEnglish Transliterationअर्थ / व्याख्या
सारंगSaarangसुंदर पंखों वाला पक्षी
मयूरMayoorमोर का संस्कृत रूप
नीलकण्ठNeelakanthनीले गले वाला पक्षी
नर्तकप्रियNartakapriyजो नृत्य से प्रिय हो
केकीKekiकूकने वाला पक्षी
कलापीKalaapiसुंदर पंखों वाला
हरिHariहरा-नीला रंग लिए पक्षी
शिखीShikheeजिसके सिर पर शिखा (कलगी) हो
मेहप्रियMehapriyजो वर्षा को प्रिय मानता है
शिखण्डीShikhandeeजिसके सिर पर शिखंड (कलगी) हो
बर्हिBarhiपंखों वाला सुंदर पक्षी
ध्वजीDhvajeeजिसके पंख ध्वज समान हों
भुजगारिBhujagaariसर्प का शत्रु
सितापांगSitaapaangहल्की सफेद धारियों वाला पक्षी

साहित्य में ‘मोर’ शब्द का प्रयोग

साहित्य और कविता में “मोर” शब्द का प्रयोग सौंदर्य, प्रेम, और प्राकृतिक सौहार्द के प्रतीक के रूप में होता है। कवियों ने मोर के नृत्य और उसके रंगीन पंखों को प्रेम, उत्साह और सौंदर्य के भाव से जोड़ा है।

उदाहरण:

  • “बरसात आई, मयूर नाचा।”
  • “मोरपंख कृष्ण की शोभा का हिस्सा है।”
  • “कलापी पंख फैलाए मोर प्रकृति की सुंदरता बिखेर रहा था।”


मोर के पर्यायवाची शब्दों के भी पर्यायवाची

हिंदी की सुंदरता इस बात में है कि हर पर्यायवाची शब्द के अपने अलग अर्थ और उप-पर्यायवाची शब्द होते हैं। आइए देखें, मोर से जुड़े कुछ प्रमुख शब्दों के और पर्यायवाची —

1. मयूर के पर्यायवाची शब्द (Mayur Ke Paryayvachi Shabd)

शब्दअर्थ / व्याख्या
शिखीजिसके सिर पर कलगी हो
कलापीसुंदर पंखों वाला पक्षी
केकीवर्षा में कूकने वाला पक्षी
बर्हिपंखों से सुसज्जित पक्षी

2. शिखी के पर्यायवाची शब्द (Shikhi Ke Paryayvachi Shabd)

शब्दअर्थ / व्याख्या
शिखण्डीसिर पर कलगी वाला
कलापीरंगीन पंखों वाला
नीलकण्ठनीले गले वाला पक्षी
मयूरमोर का संस्कृत रूप

3. कलापी के पर्यायवाची शब्द (Kalaapi Ke Paryayvachi Shabd)

शब्दअर्थ / व्याख्या
शिखीसुंदर पंखों वाला
हरिहरित वर्ण वाला पक्षी
मेहप्रियवर्षा प्रेमी पक्षी
मयूरसुंदर पंखों वाला मोर

4. केकी के पर्यायवाची शब्द (Keki Ke Paryayvachi Shabd)

शब्दअर्थ / व्याख्या
मयूरमोर का संस्कृत नाम
सारंगसुंदर रंगों वाला पक्षी
कलापीपंख फैलाने वाला पक्षी
शिखीसिर पर शिखा वाला पक्षी

5. नीलकण्ठ के पर्यायवाची शब्द (Neelkanth Ke Paryayvachi Shabd)

शब्दअर्थ / व्याख्या
हरिहरे-नीले रंग वाला पक्षी
शिखीनीले गले वाला पक्षी
बर्हिसुंदर पंखों वाला
मयूरमोर का संस्कृत रूप


संस्कृति और साहित्य में मोर का महत्व

भारतीय संस्कृति में “मोर” न केवल सौंदर्य का प्रतीक है, बल्कि आध्यात्मिकता, गर्व, और प्रेम का भी प्रतिनिधित्व करता है।

  • भगवान कृष्ण के मुकुट में मोरपंख का विशेष स्थान है।
  • मोर का नृत्य वर्षा ऋतु के आगमन का सूचक माना जाता है।
  • कवियों और चित्रकारों ने इसे प्रकृति की भावनाओं का जीवंत प्रतीक बताया है।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

प्रश्न 1: “मोर” का प्रमुख पर्यायवाची शब्द कौन-सा है?

उत्तर: “मयूर” इसका प्रमुख पर्यायवाची शब्द है।

प्रश्न 2: “मयूर” का अर्थ क्या है?

उत्तर: “मयूर” का अर्थ है सुंदर पंखों वाला पक्षी — मोर।

प्रश्न 3: “शिखी” शब्द का क्या अर्थ है?

उत्तर: “शिखी” का अर्थ है जिसके सिर पर कलगी या शिखा हो।

प्रश्न 4: “कलापी” शब्द किसके लिए प्रयुक्त होता है?

उत्तर: “कलापी” शब्द मोर के लिए प्रयुक्त होता है, क्योंकि उसके पंख रंग-बिरंगे और कलात्मक होते हैं।

प्रश्न 5: “मोर” को किसका प्रतीक माना गया है?

उत्तर: “मोर” को सौंदर्य, गर्व और वर्षा ऋतु के आनंद का प्रतीक माना गया है।


Leave a comment