RRB NTPC की चयन प्रक्रिया
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RRB NTPC की चयन प्रक्रिया, जानिए स्टेप बाय स्टेप सेलेक्शन का पूरा तरीका

RRB NTPC की चयन प्रक्रिया: भारतीय रेलवे में नौकरी करने का सपना लाखों उम्मीदवार देखते हैं, और उनमें से सबसे लोकप्रिय भर्ती है RRB NTPC। लेकिन बहुत से उम्मीदवारों के मन में सवाल होता है कि “RRB NTPC की चयन प्रक्रिया क्या होती है?” – यानी आखिर इस परीक्षा में चयन कैसे होता है। इस लेख में हम RRB NTPC की चयन प्रक्रिया को विस्तार से, चरण-दर-चरण समझेंगे ताकि आपको पूरी स्पष्टता मिले कि तैयारी कहाँ से शुरू करनी चाहिए।

RRB NTPC क्या होती है?

RRB NTPC का पूरा नाम है Railway Recruitment Board Non-Technical Popular Categories। यह परीक्षा भारतीय रेलवे के गैर-तकनीकी पदों जैसे क्लर्क, स्टेशन मास्टर, गुड्स गार्ड, टिकट क्लर्क आदि के लिए आयोजित की जाती है।

RRB NTPC की चयन प्रक्रिया कितने चरणों में होती है?

RRB NTPC की चयन प्रक्रिया कुल 6 मुख्य चरणों में पूरी होती है। प्रत्येक चरण में उम्मीदवार की योग्यता, दक्षता और टाइपिंग या शारीरिक क्षमता की जांच की जाती है।


RRB NTPC की चयन प्रक्रिया का चरणवार विवरण

नीचे तालिका के माध्यम से RRB NTPC की पूरी चयन प्रक्रिया को संक्षेप में समझा जा सकता है:

चरणपरीक्षा/परीक्षण का नामउद्देश्य
चरण 1CBT-1 (कंप्यूटर आधारित परीक्षा)प्रारंभिक स्क्रीनिंग
चरण 2CBT-2 (मुख्य परीक्षा)विस्तृत विषय ज्ञान की जांच
चरण 3टाइपिंग स्किल टेस्ट / कंप्यूटर आधारित परीक्षाटाइपिंग क्षमता की जांच (कुछ पदों के लिए)
चरण 4डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशनयोग्यता प्रमाणों की जांच
चरण 5मेडिकल परीक्षाशारीरिक स्वास्थ्य की जांच
चरण 6फाइनल मेरिट लिस्ट और नियुक्तिअंतिम चयन और पोस्टिंग

चरण 1: CBT-1 (पहली कंप्यूटर आधारित परीक्षा)

यह पहला और सबसे महत्वपूर्ण चरण होता है जिसमें सभी उम्मीदवार शामिल होते हैं।
इस परीक्षा का उद्देश्य उम्मीदवारों की सामान्य ज्ञान, गणित और तर्कशक्ति (Reasoning) की बुनियादी समझ को परखना होता है।

CBT-1 परीक्षा पैटर्न:

विषयप्रश्नों की संख्याअंकसमय
सामान्य जागरूकता404090 मिनट
गणित3030
सामान्य बुद्धिमत्ता और तर्कशक्ति3030
कुल10010090 मिनट

नोट: CBT-1 में नकारात्मक अंकन (Negative Marking) होता है — प्रत्येक गलत उत्तर के लिए 1/3 अंक काटे जाते हैं।

चरण 2: CBT-2 (मुख्य परीक्षा)

CBT-1 में सफल उम्मीदवारों को CBT-2 के लिए बुलाया जाता है।
यह परीक्षा पद-स्तर (Level 2, 3, 4, 5, 6) के अनुसार आयोजित होती है और इसका कठिनाई स्तर थोड़ा अधिक होता है।

CBT-2 परीक्षा पैटर्न:

विषयप्रश्नों की संख्याअंकसमय
सामान्य जागरूकता505090 मिनट
गणित3535
सामान्य बुद्धिमत्ता और तर्कशक्ति3535
कुल12012090 मिनट


चरण 3: टाइपिंग स्किल टेस्ट / कंप्यूटर आधारित परीक्षा

यह चरण केवल कुछ विशेष पदों (जैसे क्लर्क, अकाउंट्स क्लर्क, जूनियर टाइपिस्ट आदि) के लिए होता है।
इसमें उम्मीदवारों की टाइपिंग गति और सटीकता की जांच की जाती है।

टाइपिंग टेस्ट का मानक:

  • English: 30 शब्द प्रति मिनट
  • Hindi: 25 शब्द प्रति मिनट
    उम्मीदवारों को टाइपिंग में केवल क्वालिफाई (Pass) करना होता है — यह चरण केवल योग्य/अयोग्य आधारित होता है, इसमें अंक नहीं जोड़े जाते।

चरण 4: डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन (DV)

इस चरण में उम्मीदवारों को अपने सभी प्रमाण पत्रों (शैक्षणिक, जाति, आयु, आदि) की सत्यता साबित करनी होती है।
अगर कोई दस्तावेज़ गलत या अधूरा होता है तो उम्मीदवार को अयोग्य घोषित किया जा सकता है।

जाँच किए जाने वाले प्रमुख दस्तावेज़:

  • 10वीं और 12वीं की मार्कशीट
  • स्नातक प्रमाणपत्र (यदि लागू हो)
  • आधार कार्ड / पहचान पत्र
  • जाति प्रमाणपत्र (यदि लागू हो)
  • फोटो और हस्ताक्षर

चरण 5: मेडिकल परीक्षा

डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन के बाद उम्मीदवारों को मेडिकल फिटनेस टेस्ट से गुजरना होता है।
यह टेस्ट यह सुनिश्चित करता है कि उम्मीदवार चयनित पद के लिए शारीरिक रूप से सक्षम है।

मेडिकल मानक के प्रकार:

ग्रेडपदों का उदाहरआवश्यक दृष्टि / शारीरिक मानक
A-2स्टेशन मास्टर, गार्डबेहतर दृष्टि, कोई रंग अंधता नहीं
B-1ट्रेन्स क्लर्क, कमर्शियल क्लर्कसामान्य दृष्टि
C-1क्लर्क, अकाउंट्स टाइपिस्टसामान्य फिटनेस
C-2सहायक पदसामान्य स्वास्थ्य

चरण 6: फाइनल मेरिट लिस्ट और नियुक्ति

मेडिकल टेस्ट के बाद RRB द्वारा अंतिम मेरिट लिस्ट तैयार की जाती है। यह लिस्ट उम्मीदवार के CBT-2 के अंकों और अन्य योग्यताओं के आधार पर बनती है। चयनित उम्मीदवारों को रेलवे जोन के अनुसार नियुक्ति पत्र (Appointment Letter) भेजा जाता है।

RRB NTPC चयन प्रक्रिया में मार्किंग और नॉर्मलाइज़ेश

RRB की परीक्षाएँ विभिन्न शिफ्टों में आयोजित होती हैं, इसलिए Normalization Process अपनाया जाता है ताकि सभी उम्मीदवारों को समान अवसर मिले।
इसमें कठिनाई स्तर के अंतर को ध्यान में रखते हुए अंकों को समायोजित किया जाता है।

RRB NTPC चयन प्रक्रिया में टाई-ब्रेकिंग नियम

यदि दो या अधिक उम्मीदवारों के अंक समान होते हैं, तो चयन निम्न मानदंडों से तय होता है:

  1. अधिक आयु वाला उम्मीदवार वरीयता पाता है।
  2. नाम के वर्णानुक्रम (Alphabetical Order) के अनुसार निर्णय किया जाता है।

RRB NTPC चयन प्रक्रिया में महत्वपूर्ण सुझाव

नीचे दिए गए महत्वपूर्ण सुझाव देखें:

  • प्रत्येक चरण में अपनी मूल दस्तावेज़ों की प्रतियां तैयार रखें।
  • टाइपिंग टेस्ट की तैयारी समय से करें।
  • CBT-2 में अधिकतम स्कोर लाने का प्रयास करें, क्योंकि यहीं से फाइनल मेरिट तय होती है।


मुख्य बिंदु

उम्मीदवारों के लिए नीचे दिए गए विवरणों को देखें:

बिंदुविवरण
परीक्षा का नामRRB NTPC
कुल चरण6
प्रारंभिक परीक्षाCBT-1
मुख्य परीक्षाCBT-2
विशेष टेस्टटाइपिंग/स्किल टेस्ट
अन्य चरणडॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन, मेडिकल टेस्ट
अंतिम चयनCBT-2 + पात्रता के आधार पर

अब आप समझ गए होंगे कि “RRB NTPC की चयन प्रक्रिया” कैसे होती है — यह केवल एक परीक्षा नहीं बल्कि एक व्यवस्थित प्रक्रिया है जो योग्य उम्मीदवारों को भारतीय रेलवे का हिस्सा बनने का अवसर देती है।
अगर आप इस परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं, तो प्रत्येक चरण को गंभीरता से लें और अपने लक्ष्य की ओर निरंतर प्रयास करते रहें। आपकी मेहनत ही आपकी सफलता की कुंजी बनेगी।

FAQs

Q.1 RRB NTPC की चयन प्रक्रिया कितने चरणों में होती है?

RRB NTPC की चयन प्रक्रिया कुल 6 चरणों में पूरी होती है — CBT-1, CBT-2, टाइपिंग स्किल टेस्ट (यदि लागू हो), डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन, मेडिकल टेस्ट और फाइनल मेरिट लिस्ट

Q.2 RRB NTPC में टाइपिंग टेस्ट किन पदों के लिए होता है?

टाइपिंग टेस्ट मुख्य रूप से जूनियर क्लर्क, अकाउंट्स क्लर्क, सीनियर क्लर्क, और टाइपिस्ट पदों के लिए आयोजित किया जाता है। इस टेस्ट में English में 30 शब्द/मिनट या Hindi में 25 शब्द/मिनट की गति जरूरी होती है

Q.3 RRB NTPC की अंतिम मेरिट कैसे तय होती है?

अंतिम मेरिट उम्मीदवार के CBT-2 के अंकों, योग्यताओं, और दस्तावेज़ सत्यापन के आधार पर तय की जाती है। टाइपिंग टेस्ट सिर्फ क्वालिफाइंग नेचर का होता है

Q.4 क्या RRB NTPC में नॉर्मलाइज़ेशन लागू होता है?

हाँ, RRB NTPC परीक्षा विभिन्न शिफ्टों में आयोजित होने के कारण Normalization Process लागू किया जाता है ताकि सभी उम्मीदवारों को समान अवसर मिले

Q.5 RRB NTPC की चयन प्रक्रिया में मेडिकल टेस्ट क्यों जरूरी है?

मेडिकल टेस्ट यह सुनिश्चित करने के लिए होता है कि उम्मीदवार चयनित पद के लिए शारीरिक रूप से फिट है। रेलवे में अलग-अलग पदों के लिए A-2, B-1, C-1 जैसे अलग-अलग मेडिकल मानक होते हैं

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