भारत में कितने जिले हैं | Bharat Mein Kitne Jile Hain
भारत एक विशाल और विविधताओं से परिपूर्ण देश है, जहाँ “अनेकता में एकता” का अद्भुत उदाहरण देखने को मिलता है। यहाँ की प्रशासनिक संरचना राज्य और केंद्र‑शासित प्रदेशों के माध्यम से व्यवस्थित है। प्रत्येक राज्य और केंद्र‑शासित प्रदेश में जिले (Districts) बनाये गए हैं, जो स्थानीय प्रशासन का मूल आधार हैं।
जिला प्रशासन नागरिकों तक सरकारी योजनाओं की पहुंच सुनिश्चित करता है, न्यायिक एवं राजस्व कार्य संचालित करता है, आपदा प्रबंधन करता है और सामाजिक कल्याण योजनाओं का क्रियान्वयन करता है। यह प्रशासनिक इकाई स्थानीय विकास और शासन के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। वर्ष 2025 तक भारत में 28 राज्य और 8 केंद्र‑शासित प्रदेश हैं। कुल जिलों की संख्या लगभग 806 जिले है। यह संख्या समय‑समय पर नए जिलों के गठन या पुनर्गठन के कारण बदल सकती है।
जिलों का महत्व
- स्थानीय प्रशासन और न्यायिक कार्य – जिला स्तर पर जिला मजिस्ट्रेट या कलेक्टर प्रशासनिक निर्णय लेते हैं और न्यायिक कार्यों का समन्वय करते हैं।
- सरकारी योजनाओं का क्रियान्वयन – सामाजिक कल्याण, शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि और औद्योगिक विकास की योजनाएँ जिले स्तर पर लागू की जाती हैं।
- जनसंख्या और भू‑क्षेत्रीय प्रबंधन – जिलों के माध्यम से जनसंख्या वितरण, भूमि उपयोग, संसाधन प्रबंधन और क्षेत्रीय विकास को सुनिश्चित किया जाता है।
- स्थानीय समस्या समाधान – जिले स्थानीय नागरिकों के लिए प्रशासनिक सुविधा का केंद्र होते हैं, जहाँ वे अपनी समस्याएँ और आवश्यकताएँ प्रस्तुत कर सकते हैं।
जिलों की संख्या और उनका आकार प्रशासन की दक्षता, जनसंख्या, भू‑क्षेत्र और सामाजिक‑आर्थिक जरूरतों के अनुसार निर्धारित किया जाता है।
राज्यों और जिलों की संख्या (2025)
नीचे भारत के सभी 28 राज्यों की जिलों के साथ सूची दी गई है:
- आंध्र प्रदेश – 26
- अरुणाचल प्रदेश – 26
- असम – 35
- बिहार – 38
- छत्तीसगढ़ – 33
- गोवा – 2
- गुजरात – 33
- हरियाणा – 22
- हिमाचल प्रदेश – 12
- झारखंड – 24
- कर्नाटक – 31
- केरल – 14
- मध्य प्रदेश – 52
- महाराष्ट्र – 36
- मणिपुर – 16
- मेघालय – 12
- मिजोरम – 11
- नागालैंड – 16
- ओडिशा – 30
- पंजाब – 23
- राजस्थान – 50
- सिक्किम – 6
- तमिलनाडु – 38
- तेलंगाना – 33
- त्रिपुरा – 8
- उत्तराखंड – 13
- उत्तर प्रदेश – 75
- पश्चिम बंगाल – 23
केंद्र‑शासित प्रदेश और जिलों की संख्या (2025)
भारत के 8 केंद्र‑शासित प्रदेशों में जिलों की संख्या इस प्रकार है:
- आंडमान एवं निकोबार द्वीपसमूह – 3
- चंडीगढ़ – 1
- दादरा और नगर हवेली एवं दमण और दीव – 3
- दिल्ली – 11
- जम्मू एवं कश्मीर – 20
- लक्षद्वीप – 1
- लद्दाख – 2
- पुडुचेरी – 4
भारत के जिलों का विकास और भविष्य
जिले केवल प्रशासनिक इकाई नहीं हैं, बल्कि यह लोकतांत्रिक शासन और विकास का प्राथमिक केंद्र भी हैं। वर्तमान में नए जिलों के गठन और पुनर्गठन की प्रक्रिया जारी है, जिससे प्रशासन अधिक प्रभावी, उत्तरदायी और नागरिक केंद्रित बन सके।
- उदाहरण के लिए, राजस्थान में नए जिलों के गठन के बाद जिले बढ़कर 50 हुए हैं।
- लद्दाख में पहले दो जिले थे, लेकिन नए जिलों के गठन से संख्या 2 से बढ़कर 7 तक पहुँचने की संभावना है।
इस प्रकार, भारत के जिलों की संख्या और संरचना समय‑समय पर बदलती रहती है। वर्ष 2025 में कुल 806 जिलों के आसपास है, जो प्रशासनिक दक्षता और विकास की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
निष्कर्ष
भारत के जिलों का महत्व केवल प्रशासन तक सीमित नहीं है। ये स्थानीय विकास, न्यायिक प्रक्रिया, सामाजिक कल्याण और सरकारी योजनाओं की प्रभावी पहुँच का आधार हैं। जिले नागरिकों और सरकार के बीच संबंध स्थापित करते हैं और स्थानीय समस्याओं के समाधान तथा विकासात्मक कार्यों को सुनिश्चित करते हैं।
वर्तमान में, भारत के 28 राज्य और 8 केंद्र‑शासित प्रदेशों में कुल 806 जिले हैं, और भविष्य में नए जिलों के गठन से यह संख्या बदल सकती है।
FAQs – भारत में जिलों के बारे में (2025)
Q1. भारत में कुल कितने जिले हैं 2025 में?
Ans: वर्ष 2025 तक भारत में कुल लगभग 806 जिले हैं, जो 28 राज्यों और 8 केंद्र‑शासित प्रदेशों में फैले हुए हैं। यह संख्या समय‑समय पर नए जिलों के गठन और पुनर्गठन से बदल सकती है।
Q2. भारत का सबसे बड़ा जिला कौन सा है?
Ans: लेह (Ladakh) जिला अब भारत का सबसे बड़ा जिला बन गया है। यह क्षेत्रफल के हिसाब से सबसे विशाल जिला है।
Q3. भारत का सबसे छोटा जिला कौन सा है?
Ans: चंडीगढ़ (Chandigarh) जिला सबसे छोटा जिला है, क्योंकि यह केवल एक शहर‑राज्य (Union Territory) है और क्षेत्रफल में बेहद सीमित है।
Q4. भारत में सबसे पिछड़ा जिला कौन सा माना जाता है?
Ans: साहेबगंज (Sahebganj) जिला को देश का सबसे अधिक पिछड़ा जिला माना जाता है। यहाँ बुनियादी सुविधाओं और विकास के मानकों के आधार पर पिछड़ेपन की पहचान की गई है।
Q5. नए जिले क्यों बनाए जाते हैं?
Ans: नए जिले बनाने का उद्देश्य प्रशासन को अधिक प्रभावी और नागरिक‑केंद्रित बनाना है। जनसंख्या वृद्धि, भौगोलिक क्षेत्र, विकास कार्यों की बेहतर निगरानी और स्थानीय समस्याओं का त्वरित समाधान नए जिलों के गठन का मुख्य कारण है।
मैं तृप्ति , Oliveboard में सीनियर कंटेंट राइटर के पद पर कार्यरत हूँ। यहाँ मैं ब्लॉग कंटेंट रणनीति और निर्माण के साथ-साथ Telegram और WhatsApp जैसे प्लेटफ़ॉर्म्स पर कम्युनिटी एंगेजमेंट की ज़िम्मेदारी संभालती हूँ। बैंकिंग परीक्षाओं से जुड़े कंटेंट और SEO ऑप्टिमाइज़ेशन में तीन से अधिक वर्षों के अनुभव के साथ, मैंने SSC, बैंकिंग, रेलवे और राज्य स्तरीय परीक्षाओं जैसे लोकप्रिय एग्ज़ाम्स के लिए कंटेंट विकास का नेतृत्व किया है।






