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Pustak Ka Paryayvachi Shabd | पुस्तक का पर्यायवाची शब्द

“पुस्तक” हमारे जीवन, शिक्षा और साहित्य में ज्ञान, सूचना और कहानी का प्रतीक रही है। यह केवल पढ़ने का साधन नहीं, बल्कि सोच, कल्पना और विचारों का प्रतिनिधि भी है। पुस्तक का महत्व शिक्षा, अनुसंधान, साहित्य और दैनिक जीवन में सदियों से रहा है। हिंदी भाषा और साहित्य में पुस्तक के कई पर्यायवाची शब्द पाए जाते हैं, जो उनके प्रकार, उपयोग और संदर्भ के अनुसार भिन्न होते हैं। इस ब्लॉग में हम पुस्तक के प्रमुख पर्यायवाची शब्द, उनके अर्थ, समूह और उपयोग को विस्तार से जानेंगे।

पुस्तक का अर्थ (Meaning of Pustak)

पुस्तक एक लिखित या मुद्रित सामग्री है जो ज्ञान, सूचना, कहानी या किसी विषय को प्रस्तुत करती है। यह शिक्षा, मनोरंजन और अनुसंधान का मुख्य साधन है।

साहित्य, कविता और लोककथाओं में पुस्तक को ज्ञान और सूचना का स्त्रोत माना जाता है। हिंदी में इसके कई नाम हैं जो विभिन्न संदर्भों में प्रयुक्त होते हैं। शास्त्रीय रूप में इसे “ग्रंथ” कहा जाता है, जबकि बोलचाल में इसे “किताब” या “पोथी” के नाम से जाना जाता है।


पुस्तक के पर्यायवाची शब्द

पुस्तक के पर्यायवाची शब्द वे शब्द हैं जो अर्थ में समानता रखते हैं और पुस्तक की विभिन्न विशेषताओं को दर्शाते हैं। ये शब्द शास्त्रीय, धार्मिक, और दैनिक उपयोग में प्रचलित हैं।

पर्यायवाची शब्दEnglish Transliterationअर्थ / व्याख्या
किताबKitaabसामान्य और बोलचाल में प्रयुक्त पुस्तक
बहीBaheeलेखन और खाता-पुस्तिका का रूप
पोथीPotheeशास्त्रीय या धार्मिक ग्रंथ
ग्रन्थGranthशास्त्रीय, महत्वपूर्ण और संग्रहित पुस्तक
जिल्दJildकिसी पुस्तक का आवरण या बाइंडिंग
जिळJilपुस्तक का छोटा या संक्षिप्त संस्करण

पुस्तक के पर्यायवाची शब्दों का समूह और अर्थ

पुस्तक के पर्यायवाची शब्द केवल शब्दकोश तक सीमित नहीं हैं, बल्कि ये साहित्य, शिक्षा और दैनिक जीवन में व्यापक रूप से उपयोग किए जाते हैं। विभिन्न संदर्भों और प्रकारों के अनुसार पुस्तक के लिए अलग-अलग शब्द प्रचलित हैं। इन शब्दों को समूहों में बाँटना भाषा की समृद्धि और पुस्तकों के प्रकार को समझने में मदद करता है।

1. सामान्य/बोलचाल समूह

किताब, बही
ये शब्द आम बोलचाल और दैनिक उपयोग में प्रयुक्त होते हैं।

उदाहरण:
“किताब पढ़कर बच्चे ने ज्ञान बढ़ाया।”
“बही में खर्च और आय का लेखा-जोखा लिखा गया।”

2. शास्त्रीय/धार्मिक समूह

पोथी, ग्रन्थ
ये शब्द शास्त्रीय ग्रंथों, धार्मिक किताबों और महत्वपूर्ण संग्रहित पुस्तकों के लिए उपयोग होते हैं।

उदाहरण:
“पुराने ग्रन्थों में इतिहास का उल्लेख मिलता है।”
“पूजा के दौरान पोथी का पाठ किया गया।”

3. संरचना और रूप समूह

जिल्द, जिळ
इन शब्दों का प्रयोग पुस्तक की संरचना, आवरण या संस्करण को दर्शाने के लिए किया जाता है।

उदाहरण:
“इस किताब की जिल्द सुंदर और मजबूत है।”
“जिळ में पुराने लेख संकलित किए गए हैं।”


पुस्तक के पर्यायवाची शब्दों का प्रयोग

पुस्तक के पर्यायवाची शब्द केवल शब्दकोश में सीमित नहीं हैं। ये साहित्य, शिक्षा, लोककथाओं और दैनिक जीवन में व्यापक रूप से प्रयोग किए जाते हैं।

साहित्य और शिक्षा में:
“ग्रन्थ में दिए गए शिक्षण से विद्यार्थियों का ज्ञान बढ़ा।”
“पोथी में लिखी कहानियाँ बच्चों को मनोरंजन देती हैं।”

दैनिक जीवन में:
“बही में व्यवसाय का पूरा हिसाब रखा जाता है।”
“किताब पढ़कर हम नई जानकारियाँ सीखते हैं।”


अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

प्रश्न 1: “पुस्तक” का सामान्य अर्थ क्या है?

उत्तर: लिखित या मुद्रित सामग्री जो ज्ञान, सूचना या कहानी देती है।

प्रश्न 2: पुस्तक के प्रमुख पर्यायवाची शब्द कौन से हैं?

उत्तर: किताब, बही, पोथी, ग्रन्थ, जिल्द, जिळ आदि।

प्रश्न 3: “ग्रन्थ” और “पोथी” में अंतर क्या है?

उत्तर: ग्रन्थ महत्वपूर्ण और संग्रहित पुस्तक होती है, जबकि पोथी धार्मिक या शास्त्रीय ग्रंथ होती है।

प्रश्न 4: पुस्तक के पर्यायवाची शब्द साहित्य में कैसे प्रयुक्त होते हैं?

उत्तर: ज्ञान, सूचना और शिक्षण का प्रतीक बताने के लिए।

प्रश्न 5: जिल्द और जिळ में क्या अंतर है?

उत्तर: जिल्द पुस्तक का आवरण या बाइंडिंग होता है, जबकि जिळ संक्षिप्त या छोटे संस्करण को दर्शाता है।


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