भारत-का-सबसे-ऊंचा-जलप्रपात
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भारत का सबसे ऊंचा जलप्रपात

भारत प्राकृतिक सुंदरता और विविध भौगोलिक संरचना वाला देश है। यहाँ ऊँचे पहाड़, गहरी घाटियाँ, नदियाँ और जलप्रपात अपनी अनोखी छटा बिखेरते हैं। जलप्रपात (Waterfall) ऐसे प्राकृतिक स्थान होते हैं जहाँ नदी या जलधारा ऊँचाई से नीचे गिरती है, जिससे एक सुंदर और रोमांचक दृश्य बनता है। यह न केवल प्रकृति प्रेमियों को आकर्षित करता है बल्कि भूगोल, पर्यटन और पर्यावरण अध्ययन के दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण है।

जलप्रपात क्या होता है?

जलप्रपात एक प्राकृतिक जलधारा होती है जहाँ पानी किसी ऊँचे स्थान से अचानक नीचे गिरता है। यह प्रक्रिया तब होती है जब नदी की धारा किसी कठोर चट्टान से टकराकर नीचे गिरती है या अचानक ऊँचाई में अंतर आता है। जलप्रपात आमतौर पर पहाड़ी क्षेत्रों, घाटियों और पर्वतीय नदियों में देखे जाते हैं। इनका दृश्य मन को ताजगी और रोमांच से भर देता है।

भारत का सबसे ऊंचा जलप्रपात कौन सा है?

भारत का सबसे ऊँचा जलप्रपात कुंचिकल जलप्रपात (Kunchikal Falls) है। यह कर्नाटक राज्य के शिमोगा (Shimoga) जिले के अगुम्बे क्षेत्र में स्थित है। कुंचिकल फॉल्स की कुल ऊँचाई 455 मीटर (1,493 फीट) है, जो इसे भारत का सबसे ऊँचा जलप्रपात बनाती है।

यह जलप्रपात वराही नदी (Varahi River) पर स्थित है और मानसून के मौसम में इसका दृश्य अत्यंत मनमोहक होता है। यहां पानी कई परतों (tiers) में गिरता है, जिससे इसकी प्राकृतिक सुंदरता और भी बढ़ जाती है।

कुंचिकल जलप्रपात की विशेषताएँ

कुंचिकल फॉल्स को भारत के सबसे ऊँचे बहु-स्तरीय जलप्रपातों में गिना जाता है। यह क्षेत्र पश्चिमी घाट (Western Ghats) की जैव विविधता से भरपूर है और इसे “रेनफॉरेस्ट क्षेत्र” भी कहा जाता है। कुंचिकल जलप्रपात की प्रमुख विशेषताएँ:

  • ऊँचाई: 455 मीटर (1,493 फीट)
  • नदी: वराही नदी
  • स्थान: अगुम्बे, शिमोगा जिला, कर्नाटक
  • प्रकार: बहु-स्तरीय (Multi-tiered) फॉल्स
  • निकटतम पर्यटन स्थल: अगुम्बे सनसेट पॉइंट, जोग फॉल्स, कुड्रेमुख नेशनल पार्क

यह फॉल्स बिजली उत्पादन के लिए भी प्रसिद्ध है क्योंकि इसके पास वराही हाइड्रो प्रोजेक्ट स्थित है।

भारत के प्रमुख ऊँचे जलप्रपातों की सूची

भारत में कई ऊँचे और प्रसिद्ध जलप्रपात हैं जो अपनी ऊँचाई और प्राकृतिक सौंदर्य के लिए जाने जाते हैं। नीचे भारत के शीर्ष 10 सबसे ऊँचे जलप्रपातों की सूची दी गई है:

जलप्रपात का नामऊँचाई (मीटर/फीट)स्थान
कुंचिकल फॉल्स455 मीटर (1,493 फीट)शिमोगा, कर्नाटक
बरेहीपानी फॉल्स399 मीटर (1,309 फीट)मयूरभंज, ओडिशा
नोहकलिकाई फॉल्स340 मीटर (1,115 फीट)पूर्वी खासी हिल्स, मेघालय
नोहशंगथियांग फॉल्स315 मीटर (1,033 फीट)मेघालय
दुधसागर फॉल्स310 मीटर (1,017 फीट)गोवा–कर्नाटक सीमा
क्य्न्रेम फॉल्स305 मीटर (1,001 फीट)मेघालय
मीन्मुट्टी फॉल्स300 मीटर (984 फीट)वायनाड, केरल
थालैयर फॉल्स297 मीटर (974 फीट)तमिलनाडु
वज्रई फॉल्स260 मीटर (853 फीट)सतारा, महाराष्ट्र
जोग फॉल्स253 मीटर (829 फीट)शिमोगा, कर्नाटक

जलप्रपातों का महत्व

जलप्रपात केवल पर्यटन का केंद्र नहीं हैं, बल्कि वे पर्यावरणीय और भौगोलिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण हैं। यह जलवायु को प्रभावित करते हैं, नदियों के प्रवाह को नियंत्रित करते हैं और प्राकृतिक ऊर्जा का स्रोत भी हैं। जलप्रपातों के कुछ प्रमुख महत्व:

  • जल विद्युत उत्पादन में सहायता
  • स्थानीय पर्यटन और रोजगार का स्रोत
  • पारिस्थितिकी संतुलन में योगदान
  • प्राकृतिक सौंदर्य और जैव विविधता का संरक्षण
  • वैज्ञानिक और भौगोलिक अध्ययन का केंद्र

निष्कर्ष

भारत का सबसे ऊँचा जलप्रपात कुंचिकल फॉल्स (Kunchikal Falls) है, जिसकी ऊँचाई 455 मीटर है। यह कर्नाटक के शिमोगा जिले में स्थित है और अपनी प्राकृतिक भव्यता, वन संपदा और शांत वातावरण के लिए प्रसिद्ध है। जलप्रपात न केवल प्राकृतिक सौंदर्य का प्रतीक हैं, बल्कि वे भारत की भौगोलिक और पर्यावरणीय धरोहर का भी हिस्सा हैं।

FAQs: भारत का सबसे ऊँचा जलप्रपात

Q1. भारत का सबसे ऊँचा जलप्रपात कौन सा है?
Ans. भारत का सबसे ऊँचा जलप्रपात कुंचिकल फॉल्स है, जो कर्नाटक के शिमोगा जिले में स्थित है।

Q2. कुंचिकल फॉल्स की ऊँचाई कितनी है?
Ans. कुंचिकल फॉल्स की ऊँचाई 455 मीटर (1,493 फीट) है।

Q3. भारत का दूसरा सबसे ऊँचा जलप्रपात कौन सा है?
Ans. भारत का दूसरा सबसे ऊँचा जलप्रपात बरेहीपानी फॉल्स (ओडिशा) है, जिसकी ऊँचाई 399 मीटर है।

Q4. भारत में सबसे प्रसिद्ध जलप्रपात कौन-कौन से हैं?
Ans. कुंचिकल, दुधसागर, नोहकलिकाई, जोग, वज्रई और मीन्मुट्टी प्रमुख प्रसिद्ध जलप्रपात हैं।

Q5. जलप्रपात कहाँ अधिक पाए जाते हैं?
Ans. जलप्रपात मुख्यतः पहाड़ी और वर्षा-प्रधान क्षेत्रों में पाए जाते हैं जैसे — पश्चिमी घाट, पूर्वोत्तर भारत और मध्य भारत के पठारी क्षेत्र।

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