SBI PO GD & Interview: पूरी प्रक्रिया, उदाहरण और आम टॉपिक्स
SBI (State Bank of India) Probationary Officer (PO) परीक्षा केवल लिखित परीक्षा तक सीमित नहीं होती। लिखित परीक्षा में सफल होने के बाद उम्मीदवारों को Group Discussion (GD) और Personal Interview (PI) से गुजरना पड़ता है। यह चरण उम्मीदवार की व्यक्तित्व, सोच, नेतृत्व क्षमता और पेशेवर कौशल का मूल्यांकन करता है।
इस आर्टिकल में हम हर स्टेप, प्रक्रिया, मूल्यांकन, आम टॉपिक्स और उदाहरणों के साथ विस्तार से समझाएंगे।
SBI PO Group Discussion (GD)
GD का उद्देश्य उम्मीदवार की communication skills, leadership qualities और analytical thinking को परखना होता है।
GD का प्रारूप
- समूह आकार: 6-10 उम्मीदवार
- समय: 15-20 मिनट
- विषय: समाज, राजनीति, बैंकिंग, आर्थिक मुद्दे, समसामयिक घटनाएं
GD का उद्देश्य
- उम्मीदवार की सक्रिय भागीदारी
- विचार स्पष्ट और तार्किक रूप से प्रस्तुत करना
- सामूहिक नेतृत्व और टीमवर्क दिखाना
- Problem-solving ability को परखना
GD में मूल्यांकन के मुख्य बिंदु
- Participation: कितनी बार और कैसे आप चर्चा में भाग लेते हैं
- Content Knowledge: विषय की समझ और तथ्यात्मक जानकारी
- Communication Skills: स्पष्ट, प्रभावी और सम्मानजनक बोलने की क्षमता
- Leadership & Teamwork: समूह को सही दिशा देना और दूसरों की राय का सम्मान
- Behavior & Etiquette: विनम्रता और शिष्टाचार
आम GD टॉपिक्स
- समाज और राजनीति: “GST का प्रभाव”, “लोकल बनाम ग्लोबल अर्थव्यवस्था”
- बैंकिंग और वित्त: “Digital Banking के फायदे और नुकसान”, “UPI और Mobile Wallet”
- आर्थिक मुद्दे: “PM Modi की आर्थिक नीतियां”, “Startups और रोजगार”
- सामाजिक मुद्दे: “Climate Change और सरकार की भूमिका”, “Gender Equality in Workplace”
GD का उदाहरण
टॉपिक: “Digital Payments in India”
- शुरुआत: किसी उम्मीदवार द्वारा सामान्य परिचय और विषय की रूपरेखा
- मध्य: विभिन्न दृष्टिकोण प्रस्तुत करना – सुरक्षा, सुविधा, ग्रामीण क्षेत्र की चुनौती
- अंत: सहमति और निष्कर्ष पर पहुँचना, जैसे “Digital payments बढ़ाने के लिए शिक्षा और सुरक्षा पर जोर देना चाहिए”
SBI PO Personal Interview (PI)
PI का उद्देश्य उम्मीदवार की व्यक्तित्व, आत्मविश्वास, निर्णय क्षमता और बैंकिंग ज्ञान को मूल्यांकित करना है।
PI का प्रारूप
- समय: 15-20 मिनट
- प्रश्नों का प्रकार:
- व्यक्तिगत और शैक्षणिक पृष्ठभूमि
- करियर संबंधित प्रश्न
- बैंकिंग और आर्थिक ज्ञान
- समसामयिक घटनाओं पर राय
- तार्किक और व्यवहारिक समस्याओं का समाधान
PI में मूल्यांकन के मुख्य बिंदु
- Personality & Confidence: आत्मविश्वास, व्यवहार, दृष्टिकोण
- Communication Skills: स्पष्ट और प्रभावी बोलने की क्षमता
- Knowledge & Awareness: बैंकिंग, अर्थव्यवस्था, सामाजिक और राजनीतिक ज्ञान
- Problem-Solving Ability: तार्किक और व्यावहारिक सोच
- Attitude & Ethics: प्रोफेशनल व्यवहार और नैतिक दृष्टिकोण
आम PI टॉपिक्स
- व्यक्तिगत परिचय: “Tell me about yourself”
- बैंकिंग ज्ञान: “What is CRR and SLR?”, “Difference between Retail and Corporate Banking”
- समसामयिक मुद्दे: “Impact of RBI’s recent monetary policy”, “Digital India Initiatives”
- व्यवहारिक सवाल: “If a customer is unhappy with banking service, how would you handle it?”
PI का उदाहरण
प्रश्न: “What challenges do you foresee in implementing digital banking in rural areas?”
उत्तर:
- Awareness और literacy की कमी
- Infrastructure और internet connectivity का अभाव
- सुरक्षा और fraud की संभावनाएँ
- समाधान: प्रशिक्षण, बेहतर infrastructure, और customer support
SBI PO GD और PI में अंक और भूमिका
SBI PO चयन प्रक्रिया में GD और PI का महत्व:
- GD का वजन: लगभग 20-30%
- PI का वजन: अधिक और selection में निर्णायक
- Final Merit List: लिखित परीक्षा + GD + PI अंक मिलाकर अंतिम मेरिट तैयार होती है
ध्यान देने योग्य बातें:
- GD में केवल विषय ज्ञान नहीं बल्कि व्यक्तित्व और नेतृत्व क्षमता का मूल्यांकन होता है
- PI में व्यक्तित्व, आत्मविश्वास और व्यावहारिक सोच प्रमुख भूमिका निभाती है
SBI PO GD और PI के लिए उम्मीदवार को समझना चाहिए
- GD में सक्रिय, लेकिन विनम्र योगदान दें
- Discussion में तर्क और तथ्य के साथ बोलें
- PI में आत्मविश्वास और स्पष्टता दिखाएँ
- Banking knowledge, current affairs और general awareness पर नजर रखें
- समसामयिक मुद्दों पर अपने विचार प्रस्तुत करते समय संवेदनशील और संतुलित दृष्टिकोण अपनाएँ
निष्कर्ष
SBI PO का GD और Interview चरण उम्मीदवार की कुल व्यक्तित्व, बुद्धिमत्ता और पेशेवर क्षमता की परीक्षा है। यह सिर्फ लिखित परीक्षा की सफलता नहीं, बल्कि overall suitability बैंकिंग क्षेत्र में तय करता है।
इस विस्तृत मार्गदर्शिका के अनुसार उम्मीदवार न केवल प्रक्रिया को समझ सकते हैं, बल्कि वास्तविक उदाहरण और टॉपिक्स के आधार पर मानसिक रूप से भी तैयार हो सकते हैं।
FAQs
Q1. SBI PO GD और Interview में क्या फर्क है?
GD में उम्मीदवार की टीमवर्क, विचार साझा करने की क्षमता और नेतृत्व कौशल देखा जाता है, जबकि Interview में व्यक्तित्व, आत्मविश्वास और बैंकिंग ज्ञान को परखा जाता है।
Q2. GD और Interview की कुल अवधि कितनी होती है?
सामान्यतः GD 15-20 मिनट का होता है और Interview भी लगभग 15-20 मिनट का होता है।
Q3. GD में मूल्यांकन के मुख्य बिंदु क्या होते हैं?
Participation, content knowledge, communication skills, leadership और team coordination मुख्य बिंदु होते हैं।
Q4. Interview में किन टॉपिक्स पर सवाल पूछे जा सकते हैं?
व्यक्तिगत परिचय, बैंकिंग और वित्तीय ज्ञान, समसामयिक मुद्दे, व्यवहारिक और तार्किक प्रश्न आम टॉपिक्स हैं।
Q5. GD और Interview का अंक अंतिम मेरिट में कितना योगदान देता है?
GD का योगदान लगभग 20-30% और Interview का अधिक होता है। अंतिम मेरिट लिखित परीक्षा + GD + Interview के अंकों से तय होती है।
मैं तृप्ति , Oliveboard में सीनियर कंटेंट राइटर के पद पर कार्यरत हूँ। यहाँ मैं ब्लॉग कंटेंट रणनीति और निर्माण के साथ-साथ Telegram और WhatsApp जैसे प्लेटफ़ॉर्म्स पर कम्युनिटी एंगेजमेंट की ज़िम्मेदारी संभालती हूँ। बैंकिंग परीक्षाओं से जुड़े कंटेंट और SEO ऑप्टिमाइज़ेशन में तीन से अधिक वर्षों के अनुभव के साथ, मैंने SSC, बैंकिंग, रेलवे और राज्य स्तरीय परीक्षाओं जैसे लोकप्रिय एग्ज़ाम्स के लिए कंटेंट विकास का नेतृत्व किया है।






