बिहार पुलिस सिपाही सिलेबस | पैटर्न और महत्वपूर्ण विषय

बिहार पुलिस कांस्टेबल परीक्षा 14 मार्च और 21 मार्च, 2021 को निर्धारित है, और परीक्षा को पास करने के लिए पाठ्यक्रम जानना महत्वपूर्ण है। केन्द्रीय चयन पर्षद (सिपाही भर्ती) (CSBC) ने बिहार पुलिस सिपाही 2020 भर्ती अधिसूचना जारी किया है। CSBC ने बिहार पुलिस/बिहार सैन्य पुलिस/विशेषीकृत भारतीय रिजर्व कोर/बिहार राज्य पुरुष और महिला उम्मीदवारों की सीधी भर्ती के लिए बिहार पुलिस सिपाही भर्ती 2020 के अधीन कुल 8,415 कांस्टेबल (सिपाही) के रिक्त पदों को जारी किया है। इस लेख में, नीचे बिहार पुलिस सिपाही सिलेबस / पाठ्यक्रम का विस्तृत विश्लेषण किया गया है और आप इसे नीचे दिए गए लिंक से डाउनलोड भी कर सकते हैं।

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बिहार पुलिस सिपाही पाठ्यक्रम 2020

इस खण्ड में औद्योगिक सुरक्षा कोर (ISC) में ‘सिपाही’ के रिक्त पदों पर बिहार पुलिस/बिहार सैन्य पुलिस/विशेषीकृत भारतीय रिजर्व कोर/बिहार राज्य पुरुष और महिला उम्मीदवारों की सीधी भर्ती के लिए लिखित परीक्षा के पाठ्यक्रम शामिल है। बिहार पुलिस सिपाही का सारांश नीचे दिया गया है : –

बिहार पुलिस सिपाही नियुक्ति पाठ्यक्रम 2020

हिन्दी, अँग्रेज़ी, गणित, इतिहास, भूगोल, राजनीति शास्त्र, अर्थशास्त्र, भौतिकी, रसायन विज्ञान एवं जीव विज्ञान विषयों में लिखित परीक्षा का स्तर बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के इण्टरमीडिएट के समकक्ष होगा । बिहार विद्यालय परीक्षा समिति से विस्तृत पाठ्यक्रम प्राप्त किया जा सकता है। संक्षेपणी नीचे दी जा रही है :-

हिन्दी

गद्य खण्ड

  1. प्रेमचंद – पूस की रात (कहानी)
  2. रामचन्द्र शुक्ल – कविता की परख (वैचारिक निबन्ध)
  3. कुमार गंधर्व – भारतीय गायिकाओं में बेजोड़ : लता मंगेशकर (व्यक्तिपरक निबन्ध)
  4. विष्णुभठ गोडसे वरसईकर – आँखों देखा गदर (संस्मरण)
  5. सत्यजित राय – चलत्रित (फिल्म पर निबन्ध)
  6. भोला पासवान शास्त्री – मेरी वियतनाम यात्रा (यात्रा वृतांत)
  7. कृष्णा सोबती – सिक्‍का बदल गया (कहानी)
  8. ‘फणीश्वरनाथ रेणु – उतरी स्वपन परी, हरी क्रांति (रिपोर्ताज)
  9. हरिशंकर परसाई – एक दीक्षांत भाषण (यंग्य)
  10. ओदोलेन स्मेकल – सूर्य (सांस्कृतिक निबन्ध)
  11. मेहरून्निसा परवेज – भोगे हुए दिन (कहानी)
  12. कृष्ण कुमार – बुनियादी शिक्षा (भाषण)
  13. चन्द्रधर शर्मा गुलेरी
  14. बाल कृष्ण भट्ट
  15. शिवपूजन सहाय
  16. रामधारी सिंह ‘दिनकर’
  17. विष्णु प्रभाकर
  18. अज्ञेय
  19. जगदीशचन्द्र माथुर
  20. मोहन राकेश
  21. नामवर सिंह
  22. जय प्रकाश नारायण
  23. पद्मा सचदेव
  24. दलित आत्मकथा
  25. उदय प्रकाश
  26. पंकज विष्ट
  27. जे. कृष्णमूर्ति

पद्य खण्ड

  1. विद्यापति – चानन भेल विषम सर रे, सरस बसंत, समय भल पाओल
  2. कबीर – संतो देखत जग बौराना, हो बलैया कब देखौंगी तोहि
  3. मीराबाई – जो तुम तोड़ो पिया, मैं गिरधर के घर जाऊँ
  4. सहजोबाई – मुकुट लटक अठकी मन माही, राम तजूँ पै गुरू न बिसारूँ
  5. भारतेन्दु हरिशचन्द्र – भारत दुर्दशा
  6. मैयिलीशरण गुप्त – झंकार
  7. सूर्यकांत त्रिपाठी ‘निराला’ – तोड़ती पत्थर
  8. नागार्जुन – बहुत दिनों के बाद
  9. त्रिलोचन – गालिब (सॉनेट)
  10. केदारनाथ सिंह – जगरनाथ
  11. नरेश सक्सेना – पृथ्वी
  12. अरूण कमल – मातृभूमि
  13. जायसी
  14. सूरदास
  15. नाभादास
  16. ताज बीबी/चांद बीबी
  17. घनानन्द
  18. भूषण
  19. सुभद्रा कुमारी चौहान
  20. जयशंकर प्रसाद
  21. शमशेर बहादुर सिंह
  22. मुक्तिबोध
  23. रघुवीर सहाय
  24. राजकमल चौधरी
  25. विनोद कुमार शुक्ल
  26. ज्ञानेन्द्रपति
  27. गगल गिल

English/अँग्रेज़ी

Here is the detailed Bihar Police Constable Syllabus for the subject of English.

  • Preparing Note and writing summary of a given passage
  • Identifying Central / Main Point and supporting details etc. and perceiving overall meaning and organization.
    • The texts should deal with sociopolitical and cultural issues along with the principals enshrined in the constitution.
  • Comprehension of unseen factual / imaginative passages (Short and long question answer items)
  • Developing the skills of reasoning, drawing inferences.
  • Reading of tales / short stories / short plays
  • Reading with understanding and imbibing virtues.
    • Bihar writers, Indian writers, Commonwealth writers and native writers of English.
  • Reading of informative pieces / essays
  • Read with understanding and respond effectively in writing.
    • On Environment, Economics, Sports, Science, health and hygiene.
    • Adolescence, Human Values and human rights, Cultural diversity and unity etc.
  • Reading poems for enjoyment and understanding
  • Enjoying and understanding poems and imbibing human values and / or encountering truth.
    • World fame poets (Both native and non native poets of English), Indian Poets, Bihari Poets.
  • Free Composition on familiar / contemporary issues
  • Communicative skills in writing
    • Notices, memorandum, formal and informal letters, application etc.
  • Various registers of English
  • Build Communicative competences in various registers of English
    • Support with standard pieces of writing.
  • Translation from mother tongue into English
  • Ability to translate from mother tongue into English and vice versa.
    • Wide ranging topics covering different aspects of life including great personalities.
  • Grammatical items and structures:
  • The use of different Tense forms for different kinds of narration (e.g. media commentaries, report, programmes, etc.
    • Reported speech in extended text.
    • The use of passive forms in scientific and innovative writing.
    • Converting one kind of structures as well as other items to exemplify stylistic variations in different discourses.
    • Modal auxiliaries – Uses based on semantic considerations.
    • Phrases and idioms
    • Analysis.
    • Converting one kind of sentence / clause into a different kind of structures as well as other items to exemplify stylistic variations in different discourses.
    • Synthesis.
  • Precis of a given passage
  • Identifying central / main point and supporting details etc. and perceiving overall meaning and organization.
    • Informative pieces on contemporary burning issues.
  • Comprehension of unseen imaginative passages / graph / chart / table (Short and long question answer items)
  • Developing the skills of reasoning, drawing inferences.
    • The texts should deal with socio political and cultural issues along with the principles enshrined in the constitution.
  • Reading of tales / short stories / short plays
  • Reading with understanding and imbibing virtues.
    • Indian writers, Bihar writers, commonwealth writers, native and other non- native writers of English.
  • Reading of Informative Pieces / essays
  • Reading with understanding and acquiring general knowledge of practical value
    • On Reproductive health, Art and culture, Mass media, Travel and tourism, Peace and harmony etc.
  • Reading poems for enjoyment and understanding
  • Enjoying and understanding poems and imbibing human values and / or encountering truth.
    • Bihari poets, Indian poets, Commonwealth poets, native and other non native English poets.
  • Free Composition on familiar / contemporary issues
  • Communicative skills in writing .
    • Reports, message, CVs, e-mail, formal and informal.
  • Various registers of English (Contd.)
  • Build communicative competences in various registers of English.
    • Support with standard pieces of writing.
  • Translation from mother tongue into English
  • Ability to translate from mother tongue into English and vice versa.
    • Informative and inspiring pieces.

Mathematics/गणित

नीचे गणित विषय के लिए बिहार पुलिस सिपाही का पाठ्यक्रम संक्षेप में प्रस्तुत किया गया है।

  • संख्या पद्धति,
  • बीजगणित,
  • निर्देशांक ज्यामिति,
  • ज्यामिति,
  • त्रिकोणमिति,
  • क्षेत्रमिती,
  • सांख्यिकी और प्रायिकता

History/इतिहास

यहाँ इतिहास विषय का विस्तृत बिहार पुलिस सिपाही का पाठ्यक्रम दिया गया है।

इकाई- I : पूर्व-इतिहास, आद्य-इतिहास और इतिहास।

  • अर्थ, विषय-क्षेत्र और प्रासंगिकता, कालक्रम का महत्त्व, स्रोत, अवधि, अवधिकरण।
  • प्रागैतिहासिक संस्कृतियाँ
  • स्थल
  • साधन और उपकरण

इकाई-II : पूर्व ऐतिहासिक विश्व।

  • मानव की उत्पत्ति और प्रागैतिहासिक विकास के चरण।
  • हड़प्पा सभ्यता
  • शहरी लक्षण
  • भौतिक जीवन
  • सामाजिक-धार्मिक जीवन

इकाई-III : पुरानी सभ्यता

  • मेसोपोटामिया, रोम, चीन, यूनान।
  • कानून (विधि संहिता), विज्ञान, प्रोद्यौगिकी और दर्शन को विनियमित करने के प्रयासों पर बल।
  • साम्राज्य निर्माण के प्रयास
  • महिलाओं की गुलामी और दशा।
  • प्रारम्भिक भारतीय धर्म
  • वैदिक
  • बौद्ध धर्म – बिहार के बौद्ध स्थल
  • जैन धर्म
  • वैष्णव धर्म
  • शैव धर्म

इकाई-IV : मध्यकालीन प्रणाली

  • सामन्तवाद, राज्य और चर्च।
  • अरबों के अनुभव।
  • सामन्तवाद के रचनात्मक पहलू।
  • आन्तरिक विरोधाभास और सामन्तवाद का क्षय।
  • मौर्यकालीन राजनीतिक और आर्थिक इतिहास
  • मगध का उदय
  • पाटलिपुत्र का उद्भव
  • मौर्यकालीन प्रस्तर स्तम्भ

इकाई-V : आधुनिकीकरण के वाहक

  • विचार, संस्थान और घटनाएँ।
  • भौगोलिक खोजें।
  • पुनर्जागरण काल
  • सुधार आन्दोलन
  • विज्ञान और प्रोद्यौगिकी में आविष्कार
  • मौर्य से लेकर गुप्त काल तक की संस्कृति और अर्थव्यवस्था
  • विदेशी आगमन
  • भाषा और साहित्य
  • व्यापार और उद्योग
  • विज्ञान और प्रोद्यौगिकी – आर्यभट्ट

इकाई-VI : आधुनिकीकरण की पुष्टि

  • ब्रिटिश अनुभव
  • (a) 1688 की क्रांति।
  • (b) औद्योगिक क्रांति।
  • अमेरिकी स्वतंत्रता का युद्ध।
  • फ्रांसीसी क्रांति
  • मध्ययुगीन काल के दौरान अर्थव्यवस्था, समाज और संस्कृति
  • वर्ण और जाति व्यवस्था
  • क्षेत्रीय सांस्कृतिक पहचान का विकास
  • कृषि सम्बन्ध

इकाई-VII : आधुनिकीकरण का प्रसार।

  • यूरोप – यूनान, इटली, जर्मनी, तुर्की।
  • एशिया – चीन, जापान, ईरान, भारत।
  • सल्तनत के अधीन  राजनीतिक परिवर्तन
  • सत्तारूढ़ राजवंशों और उसके महत्त्वपूर्ण शासकों का एक संक्षिप्त अवलोकन।

इकाई-VIII : आधुनिकता के चित्र।

  • अफ्रीका, एशिया और पश्चिमी विश्व में उपनिवेशवाद और नव-उपनिवेशवाद।
  • पहला विश्व युद्ध।
  • इण्डो-इस्लामिक संस्कृति (1500-1700) –
  • भाषा और साहित्य
  • कला और वास्तुकला
  • पोशाक और जीवन शैली

इकाई-IX : तीन विचारधाराएँ और उनके आपसी संघर्ष।

  • पूँजीवाद
  • समाजवाद/साम्यवाद
  • फासीवाद/नाजीवाद
  • द्वितीय विश्वयुद्ध।
  • मध्यकालीन युग में शहरी अर्थव्यवस्था
  • शिल्प
  • व्यापार
  • शहरी केन्द्र (बिहार के शहरों पर बल)

इकाई-X : समझदारी बनाम प्रेरित राजनीति।

  • राष्ट्र संघ
  • संयुक्त राष्ट्र संघ
  • गुट निरपेक्ष आन्दोलन
  • शीत युद्ध
  • उपनिवेशवाद
  • भक्ति और सूफी आंदोलन
  • प्रमुख संत और उनकी सीखें
  • लाक्षणिक विशेषताएँ
  • भारतीय संस्कृति में योगदान

इकाई-XI : आगे के बदलाव/उत्तर आधुनिकीकरण

  • चीनी अनुभव
  • सोवियत संघ का विघटन
  • भूमण्लीकरण
  • ईस्ट इण्डिया कम्पनी का शासन
  • राजस्व बस्तियाँ
  • आर्थिक प्रभाव
  • विस्तार नीतियाँ

इकाई-XII : 1857 का विद्रोह

  • 1857 का विद्रोह का कारण
  • प्रकृति
  • बिहार में कुंवर सिंह के प्रभाव और भूमिका

इकाई-XIII : 19वीं सदी में भारतीय जागरण

  • महत्त्वपूर्ण व्यक्तित्व और संगठन
  • आत्म आत्मनिरीक्षण के बिन्दु
  • अन्तरराष्ट्रीय चेतना विकास के आयाम

इकाई-XIV : राष्ट्रवादी आन्दोलन (1918 – 1947)

  • असहयोग आन्दोलन
  • सविनय अवज्ञा आन्दोलन
  • भारत छोड़ो आन्दोलन
  • नौसेना विद्रोह
  • राष्ट्रवादी आन्दोलन- बिहार में गतिविधियों का उल्लेख किया जाना चाहिए।

इकाई-XV : विभाजन और स्वतंत्रता

  • मुस्लिम लीग और दो-राष्ट्र सिद्धांत
  • वेवल योजना
  • माउंटबेटन योजना
  • भारत स्वतंत्रता अधिनियम
  • विभाजन का दर्द

इकाई-XV : नए राज्य के दर्शन

  • संविधान का निर्माण
  • राज्यों का पुनर्गठन
  • पंचवर्षीय योजनाएँ और छूटी हुई अर्थव्यवस्था
  • गुट निरपेक्षता

Geography/भूगोल

यहाँ भूगोल विषय का विस्तृत बिहार पुलिस सिपाही का पाठ्यक्रम दिया गया है।

भौतिक भूगोल के मूल तत्त्व

इकाई-I : भूगोल एक विषय के रूप में : –

  • प्रकृति और विषय-क्षेत्र
  • विज्ञान और स्थानिक गुण
    • भूगोल की शाखाएँ
  • भौतिक भूगोल का महत्त्व (प्रकृति और विषय-क्षेत्र)

इकाई-II : पृथ्वी :-

  • पृथ्वी का उद्भव और विकास।
  • पृथ्वी का आन्तरिक भाग।
    • वेगनर के महाद्वीपीय प्रवाह सिद्धांत और प्लेट टेक्टोनिक्स।
    • भूवैज्ञानिक प्रक्रिया भूकम्प, ज्वालामुखी।

इकाई-III : भू-आकृतियाँ :-

  • खनिज और चट्टान
  • चट्टानों के प्रकार और उसकी विशेषताएँ।
    • भूगर्भिक प्रक्रिया – अपक्षय और अपरदन।
    • भू-आकृतियाँ और उसके प्रकार।

इकाई-IV : जलवायु :-

  • संघटन और संरचना।
  • मौसम और जलवायु के तत्त्व।
  • सूर्याताप : सूर्य की किरण का कोण एवं वितरण।
  • ऊष्मा बजट
  • वायुमण्डल का तापन और शीतलन।
  • चालन, संवहन, विकिरण।
  • भूमण्डलीय उष्मन की समस्या।
  • हरित गृह प्रभाव।
  • दाब पेटियाँ।
  • पवन : ग्रहीय, मौसमी और स्थानीय प्रकार और उसके प्रभाव।
  •  वायुराशियाँ और वाताग्र।
  • चक्रवात : उष्णकटिबन्धीय और शीतोष्णकटिबन्धीय।
  • संघनन और वाष्पीकरण प्रक्रिया।

इकाई-V : जलमण्डल (जल/महासागर : –

  • जलीय चक्र
  • अन्तःसागरीय उच्चावच का अध्ययन।
  • तापमान और लवणता का वितरण।
  • महासागरीय जल तरंगों, ज्वार-भाटा और जल-धाराओं की गति।

इकाई-VI : जीव मण्डल :-

  • पारितंत्र।
  • पारिस्थितिक असंतुलन में मनुष्य की भूमिका।
  • मानव और पर्यावरणीय प्रभाव।

आर्थिक भूगोल :-

इकाई-I : संसाधन –

  • अर्थ और विषय-क्षेत्र
  • संकल्पना
  • वर्गीकरण और संरक्षण

इकाई-II : मनुष्य और पर्यावरण :-

  • विश्व के प्रमुख प्राकृतिक क्षेत्र
  • भूमध्यरेखीय क्षेत्र
    • मानसून क्षेत्र
    • उष्णकटिबन्धीय क्षेत्र
    • शीतोष्ण घास के मैदान
    • मानव जीवन

इकाई-III : विश्व की प्रमुख फसलें :-

  • अनाज – चावल, गेहूँ और दालें
  • नकदी फसलें – कपास और गन्ना
    • रोपण फसलें – चाय
    • दुग्ध उत्पादन
    • भौगोलिक परिस्थितियाँ, विभिन्न फसलों के उत्पादन का वितरण और विश्व-व्यापार।

इकाई-IV : विश्व के प्रमुख उद्योग :-

  • लौह-अयस्क, कपास-कपड़ा की उपयोगिता और वितरण, औद्योगिकीकरण के कारक और अर्थव्यवस्था पर उसके प्रभाव।

मानव भूगोल

इकाई-I : मानव भूगोलमानव भूगोल के मूल तत्त्व :-

  • प्रकृति और विषय-क्षेत्र

इकाई-II : लोग :-

  • विश्व की जनसंख्या, वितरण, घनत्व और वृद्धि।
  • जनसंख्या परिवर्तन, स्थानिक प्रतिरूप और संरचना, जनसंख्या परिवर्तन के निर्धारक, आयु और लिंग अनुपात, ग्रामीण-शहरी संरचना।
  • मानव विकास, संकल्पना, चयनित संकेतक, अन्तरराष्ट्रीय तुलना।

इकाई-III : मानव क्रियाकलाप :-

  • प्राथमिक क्रियाकलाप : संकल्पना और बदलते  प्रतिरूप, संग्रहण, पशुचारण खनन, निर्वाह कृषि।
  • द्वितीयक क्रियाकलाप : संकल्पना, विनिर्माण कृषि प्रसंस्करण, परिवार, छोटे पैमाने पर, बड़े पैमाने पर।
    • तृतीयक क्रियाकलाप : संकल्पना, व्यापार, परिवहन और संचार एवं व्यापार।
    • चतुर्थक क्रियाकलाप : ज्ञान आधारित उद्योग, सूचना प्रोद्यौगिकी – संयुक्त राज्य अमेरिका, ब्रिटेन, भारत; उसके योगदान।

इकाई-IV : परिवहन, संचार एवं व्यापार  :-

  • स्थल परिवहन : सड़क, रेलवे, वायु, जल।
  • उपग्रह संचार, साइबर मण्डल, अन्तरराष्ट्रीय प्रोद्यौगिकी – संयुक्त राज्य अमेरिका, ब्रिटेन, भारत उसके योगदान।

इकाई-V : मानव अधिवास :-

  • प्रकार, लक्षण और समस्या। ग्रामीण और नगरीय, नगरों का आकारिकी, विकासशील देश में मानव अधिवासों से सम्बन्धित समस्याएँ।

भारत और उसके पड़ोसी

इकाई-I : परिचय :-

  • अवस्थिति, पड़ोसी सम्बन्ध और विश्व में भारत का स्थान।

इकाई-II : भौतिक पहलू और जल निकासी प्रणाली : –

  • भू-आकृति विज्ञान
  • उच्चावच
    • अपवाह प्रणाली
    • भौतिक विभाजन

इकाई-III : जलवायु, वनस्पति और मृदा : –

  • मौसम और जलवायु, तापमान, दाब, पवनों और वर्षा का वितरण। भारतीय मानसून, वितरण। वन्यजीव संरक्षण
  • मृदा, प्रमुख प्रकार (ICAR वर्गीकरण) उनके वितरण और संरक्षण।

इकाई-IV : संसाधन और विकास –

  • भूमि संसाधन : कृषि भूमि का उपयोग, प्रमुख फसलें और कृषि विकास और समस्याएँ।
  • जल संसाधन : उपलब्धि और उपयोग, समस्याएँ और संरक्षण।
    • खनिज और ऊर्जा संसाधन : धातु और गैर-धातु, खनिज और इसके वितरण और संरक्षण, ऊर्जा के पारम्परिक और गैर-पारम्परिक संसाधन।

इकाई-V : परिवहन, संचार और अन्तरराष्ट्रीय व्यापार –

  • सड़क, रेलमार्ग, जल-मार्ग, वायुमार्ग, गैस और तेल पाइपलाइन, राष्ट्रीय विद्युत ग्रिड।

इकाई-VI : जनसंख्या –

  • वितरण, घनत्व और वृद्धि, जनसंख्या की संरचना, भाषा और धर्म, ग्रामीण-नगरीय जनसंख्या।

इकाई-VII : प्राकृतिक आपदा और प्रबंधन –

  • बाढ़ और सूखा, भूकम्प और ज्वालामुखी, भूस्खलन, चक्रवात, सूनामी।

Political Science/राजनीति विज्ञान

यहाँ राजनीति विज्ञान विषय का विस्तृत बिहार पुलिस सिपाही का पाठ्यक्रम दिया गया है।

इकाई-I : राजनीति की संकल्पना :-

  • राजनीति विज्ञान की प्रकृति, परिभाषा और विषय-क्षेत्र।
  • पारम्परिक और आधुनिक दृष्टिकोण, विशेषताएँ एवं अन्तर।
  • अन्य सामाजिक विज्ञानों के साथ राजनीति विज्ञान का सम्बन्ध – इतिहास, अर्थशास्त्र, समाजशास्त्र, मनोविज्ञान, भूगोल एवं दर्शन।
  • राजनीति विज्ञान के अध्ययन का महत्त्व।
  • भारतीय सरकार और राजनीति – भारतीय संविधान और उसके लक्ष्य :
  • संवैधानिक विकास
  • संविधान के स्रोत
  • संविधान सभा
  • प्रस्तावना

इकाई-II : राज्य :-

  • परिभाषा
  • राज्य के आवश्यक तत्त्व
  • प्रकृति, औचित्य और राज्य का महत्त्व।
  • भारतीय संविधान की मुख्य विशेषताएँ

इकाई-III : राज्य की उत्पत्ति के सिद्धांत :-

  • दैवीय सिद्धान्त
  • शक्ति सिद्धान्त
  • सामाजिक अनुबन्ध सिद्धान्त
  • विकासवादी सिद्धान्त
  • भारत में संघवाद का प्रचलन : –
  • भारतीय महासंघ और इसकी इकाइयाँ
  • नाम, सीमा और राज्य के क्षेत्र में परिवर्तन की प्रक्रिया।
  • विवादित मुद्दे।
  • उद्देश्य और संघीय राज्य की विशेषताएँ।
  • एकात्मक विशेषताएँ

इकाई-IV : सम्प्रभुत्ता  :-

  • परिभाषा
  • विशेषताएँ
  • प्रकार
  • अद्वैतवादी और बहुलवादी के लक्षण
  • वैश्वीकरण के प्रभाव
  • मौलिक अधिकार और कर्तव्य : –
  • अर्थ
  • महत्त्व
  • विशेषताएँ
  • मौलिक अधिकारों में संशोधन

इकाई-V : प्रमुख संकल्पनाएँ :-

  • विधि : अर्थ, स्रोत, प्रकार, कानून और नैतिकता के मध्य सम्बन्ध
  • स्वतंत्रता : अर्थ, प्रकार
  • समानता : अर्थ, प्रकार, स्वतंत्रता और समानता के मध्य सम्बन्ध
  • न्याय : अर्थ, विशेषताएँ, प्रकार, सामाजिक न्याय
  • अधिकार : अर्थ, प्रकार, लक्षण, अन्तर सिद्धान्त, अधिकार का लास्की दृष्टिकोण।
  • कर्त्तव्य : अर्थ, एक आदर्श नागरिक का कर्त्तव्य, अधिकारों और कर्त्तव्य के मध्य सम्बन्ध
  • राज्य के नीति निदेशक सिद्धान्त
  • प्रकृति और स्रोत
  • मौलिक अधिकार और राज्य नीति के निर्देशक सिद्धान्तों के मध्य सम्बन्ध
  • महत्त्व

इकाई-VI : संघीय कार्यपालिका :-

  • राष्ट्रपति : चुनाव, शक्तियाँ, कार्य, वास्तविक स्थिति, महाभियोग।
  • उप-राष्ट्रपति : चुनाव, शक्ति और कार्य।
  • मंत्रिपरिषद : संरचना (गठबंधन राजनीति के विशेष सन्दर्भ के साथ)।
  • प्रधानमंत्री : शक्ति, कार्य, कर्त्तव्य, भूमिका।

इकाई-VII : संसद :-

  • लोकसभा : गठन, शक्ति, कार्य।
  • राज्यसभा : गठन, शक्ति, कार्य।

इकाई-VIII : राज्य कार्यपालिका :

  • राज्यपाल : शक्ति, कार्य और स्थिति।
  • मंत्रिपरिषद : गठबन्धन की राजनीति के विशेष सन्दर्भ में शक्ति, कार्य और भूमिका।
  • मुख्यमंत्री : शक्ति, कार्य, कर्त्तव्य और भूमिका।

इकाई-IX : राज्य विधायिका :-

  • बिहार विधान सभा : गठन, शक्ति और कार्य।
  • बिहार विधान परिषद : गठन, शक्ति और कार्य।

इकाई-X : भारतीय न्यायपालिका :-

  • भारत का सर्वोच्च न्यायालय : गठन और कार्य
  • पटना उच्च न्यायालय : गठन और कार्य
  • लोक अदालत (न्यायालय), त्वरित न्यायालय, परिवार न्यायालय, जनहित याचिका (PIL)

इकाई-XI : भारत में चुनावी प्रणाली :-

  • चुनाव आयोग
  • चुनावी प्रक्रिया : विकृतियाँ और सुधार।
  • मतदान का महत्त्व
  • दलीय प्रणाली और विपक्ष की भूमिका।

इकाई-XII : बिहार के विशेष सन्दर्भ के साथ स्थानीय स्वशासन का कार्य-प्रणाली : –

  • 73वें और 74वें संविधान संशोधन।
  • बिहार पंचायती राज (संशोधन) अधिनियम -2016
  • ग्रामीण और शहरी स्थानीय सरकार

इकाई-XII :राष्ट्रीय एकता और चुनौतियाँ : –

  • साम्प्रदायिकता
  • क्षेत्रवाद
  • जातिवाद
  • नक्सलवाद

इकाई-XIV : भारत की विदेश नीति :-

  • निर्धारक
  • परमाणु नीति के विशेष सन्दर्भ में आधारभूत सिद्धान्त
  • नाम (NAM), दक्षेस (SAARC), सं.रा.सं. (UNO)

Physics/भौतिक विज्ञान

यहाँ भौतिक विज्ञान विषय का विस्तृत बिहार पुलिस सिपाही का पाठ्यक्रम दिया गया है।

  1. भौतिक विश्व और मापन –
  • भौतिकी : विषय-क्षेत्र और आवेश, भौतिक नियमों की प्रकृति, भौतिकी, प्रोद्यौगिकी  और समाज।
    • माप की आवश्यकता : माप की इकाई, इकाइयों की प्रणाली, S.I. इकाइयाँ, मौलिक और व्युत्पन्न इकाइयाँ, लम्बाई, द्रव्यमान और समय माप, माप उपकरणों की सटीकता और शुद्धता, माप में त्रुटियाँ, महत्त्वपूर्ण आँकड़ें, नियमित और अनियमित त्रुटियाँ।
    • भौतिक मात्राओं के आयाम, आयामी विश्लेषण और इसके अनुप्रयोग।
  • गति विज्ञान –
  • आदर्श सिद्धान्त , सीधी रेखा में गति, स्थिति समय आरेख, गति और वेग, समान और अ-समान गति, औसत गति और  तात्कालिक गति।
    • समान रूप से त्वरित गति, वेग समय और स्थिति समय आरेख, समान रूप से त्वरित गति (आरेखीय निरूपण) के लिए सम्बन्ध।
    • गति का वर्णन करने के लिए अवकलन और एकीकरण की प्राथमिक संकल्पनाएँ।
    • अदिश और सदिश राशियाँ : स्थिति और विस्थापन सदिश, सामान्य सदिश और संकेतन, सदिश की समानता, एक वास्तविक संख्या से सदिश का गुणन, सदिश के जोड़ और घटाव, सापेक्ष वेग।
    • इकाई सदिश, एक विमान-आयताकार घटकों में एक सदिश का प्रस्ताव।
    • विमान में गति, एक समान वेग और एक समान त्वरण के मामले – प्रक्षेप्य गति, एक समान वृत्ताकार गति।
  • गति के नियम –
  • बल की सहज अवधारणा, जड़त्त्व, गति की न्यूटन का पहला नियम,  न्यूटन की गति का दूसरा नियम और गति का आवेग, आवेग, न्यूटन की गति का तीसरा नियम, रैखिक गति और उसके अनुप्रयोगों के संरक्षण के नियम।
    • समवर्ती बलों, स्थिर और गतिज घर्षण के संतुलन, घर्षण के नियम, रोलिंग घर्षण, स्नेहन।
    • समरूप वृत्तीय गति की गतिकी : वृत्ताकार गति के केन्द्राभिमुखी बल उदाहरण (स्तर पर गोलाकार सड़क पर वाहन, नत सड़क पर वाहन)।
  • काम, ऊर्जा और शक्ति–
  • नियत बल और चर बल द्वारा किए गए सदिश कार्य का अदिश गुणनफल,, गतिज ऊर्जा, कार्य ऊर्जा प्रमेय, शक्ति।
    • स्थिजित ऊर्जा की धारणा, एक कमानी की स्थिजित ऊर्जा, संरक्षी बल, यांत्रिक ऊर्जा (गतिक और स्थिजित ऊर्जा) का संरक्षण, अ-संरक्षी बल, एकल और द्वि-आयामों में प्रत्यास्थ और अप्रत्यास्थ संघट्टन।
  • कणों की गति प्रणाली और दृढ़ पिण्ड –
  • दो-कणीय प्रणाली के द्रव्यमान के केन्द्र, संवेग, द्रव्यमान गति के संरक्षण और केन्द्र, दृण पिण्ड के द्रव्यमान का केन्द्र, वृत्ताकार वलय, कुण्डल (डिस्क), छड़ और गोला के द्रव्यमान के केन्द्र।
    • सदिशों के सदिश गुणनफल, बल के संवेग, टोक (torque), कोणीय संवेग, कुछ उदाहरणों के साथ कोणीय संवेग का संरक्षण
    • दृढ़ पिण्डों के संतुलन, दृढ़ पिण्ड का घूर्णन और घूर्णी गति के समीकरण, रेखीय और घूर्णी गति की तुलना,  जड़त्व आघूर्ण, अवघूर्णन (gyration) की त्रिज्या। सरल ज्यामितीय वस्तुओं के लिए (कोई व्युत्पन्न नहीं) के मान, समानांतर और लम्बवत  एक्सेस प्रमेयों और उनके अनुप्रयोगों का विवरण।
  • गुरुत्वाकर्षण –
  • केपलर के ग्रहों की गति के नियम, गुरुत्वाकर्षण का सार्वभौमिक नियम, गुरुत्वाकर्षण के कारण त्वरण और इसकी ऊँचाई और गहराई के साथ भिन्नता।
    • गुरुत्वीय स्थितिज ऊर्जा, गुरुत्वीय विभव, पलायन वेग, उपग्रह का कक्षीय वेग, भू-स्थैतिक उपग्रह।
  • थोक पदार्थ (Bulk Matter) के गुण –
  • तन्य व्यवहार,  प्रतिबल विकृति सम्बन्ध, हूक का नियम, यंग गुणांक, बल्क गुणांक, विरूपण, कठोरता के अपरूपण गुणांक।
    • द्रव स्तंभ के कारण दाब, पास्कल के नियम और इसके अनुप्रयोग/द्रवचालित लिफ्ट और द्रवचालित ब्रेक।
    • तरल दाब पर गुरुत्वाकर्षण के प्रभाव।
    • श्यानता, स्टोक का नियम, अन्तिम वेग, रेनॉल्ड संख्या, धारा रेखा और विक्षुब्ध प्रवाह, बर्नौली का प्रमेय और इसके अनुप्रयोग।
    • पृष्ठीयऊर्जा और पृष्ठ तनाव, स्पर्श कोण, पृष्ठ तनाव के अनुप्रयोग, बूंदों, बुलबुले और केशिका वृद्धि के सिद्धान्त।
  • ऊष्मा एवं ऊष्मागतिकी-
  • ऊष्मा, तापमान, ऊष्मीय विस्तार, विशिष्ट ऊष्मा क्षमता,  उष्मामिति (कैलोरीमीटर), अवस्था परिवर्तन, गुप्त ऊष्मा।
    • ऊष्मा स्थानांतरण : चालन, संवहन और विकिरण, तापीय चालकता, न्यूटन का शीतलन नियम। तापीय संतुलन और तापमान की परिभाषा (ऊष्मा गतिकी का शून्यवाँ नियम)। ऊष्मा, कार्य और आन्तरिक ऊर्जा।
    • ऊष्मा गतिकी का पहला नियम।
    • ऊष्मा गतिकी का दूसरा नियम, प्रतिवर्ती और अपरिवर्तनीय प्रक्रियाएँ। ऊष्मा इंजन  और रेफ्रिजरेटर।
  • परिपूर्ण गैस और गैसों के गतिक सिद्धान्त का व्यवहार –
  • परिपूर्ण गैस की स्थिति का समीकरण, किसी गैस को संपीड़ित करने पर किया गया कार्य।
    • गैसों का गतिज सिद्धान्त : धारणाएँ, दाब की संकल्पना, गतिज ऊर्जा और तापमान, गैस अणुओं की RMS गति, छूट की मात्रा, ऊर्जा के समविभाजन के नियम (केवल कथन) और गैसों की विशिष्ट ऊष्मा क्षमताओं के अनुप्रयोग,  माध्य मुक्त पथ की संकल्पना, अवोगाद्रो संख्या।
  1. दोलन और समुद्र  –
  • आवधिक गति : अवधि, आवृत्ति, समय फलन के रूप में विस्थापन, आवधिक फलन, सरल आवर्त गति (SHM) और उसके समीकरण, चरण, एक कमानी का दोलन – SHM में प्रत्यनयन बल और बल की नियत ऊर्जा – गतिज और स्थितिज ऊर्जा, सरल पेंडुलम – इसकी समय अवधि के लिए व्यंजक के अवकलन) मुक्त,  प्रणोदित औरअवमंदित दोलन (केवल गुणात्मक सिद्धान्त), अनुनाद।
    • तरंग गति, अनुदैर्ध्य और अनुप्रस्थ तरंगें, तरंग गति की गति, प्रगतिशील तरंगों के विस्थापन सम्बन्ध, तरंगों के  अधिस्थापन का सिद्धान्त, तरंगों के प्रतिबिम्ब, शृँखला  और अंग पाइपों में स्थिर तरंग, मूल विधा और हार्मोनिक्स, मिश्रज आवृत्ति, डॉप्लर  प्रभाव।
  1.  स्थिर विद्युतिकी : विद्युत आवेश और उसका संरक्षण, कूलम्ब का नियम, दो बिन्दु आवेशों के मध्य बल, कई आवेशों के मध्य बल, अध्यारोपण सिद्धान्त और सतत आवेश वितरण।
  • विद्युत क्षेत्र, बिंदु आवेश के कारण विद्युत क्षेत्र, विद्युत क्षेत्र रेखाएँ, विद्युत द्वि-ध्रुवीय, द्वि-ध्रुवीय में विद्युत क्षेत्र के कारण, एक समान विद्युत क्षेत्र में एक द्वि-ध्रुवीय पर टोक (torque)
    • विद्युत् अभिवाह, गॉस कथन; प्रमेय और अनन्त रूप से लम्बे सीधे तार के कारण क्षेत्र को खोजने के लिए इसके अनुप्रयोग, समान रूप से आवेशित किए गए अनन्त समतल और समान रूप से आवेशित किए गए पतले गोलाकार खोल (मैदान के अन्दर और बाहर की ओर)।
    • विद्युत विभव, विभवान्तर, एक बिन्दु आवेश के कारण विद्युत विभव, द्वि-ध्रुव और आवेश प्रणाली, समविभव पृष्ठ, दो बिन्दु आवेशों की प्रणाली की विद्युत स्थितिज ऊर्जा और स्थिर वैद्युत विक्षेप क्षेत्र में विद्युत द्वि-ध्रुवीय।
    • कंडक्टर और अवरोधक (विसंवाहक), एक कंडक्टर के अन्दर मुक्त आवेश और  बद्ध आवेश। अचालक/परावैद्युत और विद्युत ध्रुवण संधारित्र और शृँखला में संधारित्र के धारिता संयोजन तथा अचालक/परावैद्युत प्लेटों के मध्य और उसके बिना समांतर प्लेट संधारित्र के समानांतर धारिता, संधारित्र में भण्डारित ऊर्जा, वान डी ग्रेफ जनरेटर।
  1. धारा विद्युत : धात्विक कंडक्टर में विद्युत आवेश का विद्युत प्रवाह, प्रवाह वेग और गतिशीलता, और विद्युत प्रवाह के साथ उसका सम्बन्ध, ओम का नियम, विद्युत प्रतिरोध, V-I अभिलक्षण (रैखिक और अ-रेखीय), विद्युत ऊर्जा और शक्ति, विद्युत प्रतिरोधकता और चालकता, कार्बन प्रतिरोधक, कार्बन प्रतिरोधक के लिए रंग कोड, प्रतिरोधक के शृँखला और समानान्तर संयोजन, प्रतिरोधक का तापमान निर्भरता, किसी बैटरी का आन्तरिक प्रतिरोध, किसी बैटरी का विभवान्तर और ईएमएफ (emf), शृँखला और समानान्तर में बैटरी का संयोजन।
  • किरचॉफ के नियम और सरल अनुप्रयोग, व्हीटस्टोन ब्रिज, मीटर ब्रिज।
    • पोटेंशियोमीटर – विभवान्तर को मापने और दो बैटरियों के ईएमएफ (emf) की तुलना करने के सिद्धान्त और अनुप्रयोग, किसी बैटरी  के आन्तरिक प्रतिरोध का मापन।
  1. धारा और चुम्बकत्त्व के चुम्बकीय प्रभाव : चुम्बकीय क्षेत्र की संकल्पना, ओर्स्टेड का प्रयोग, बायोट-सार्टार्ट नियम और धारा वहन वृत्ताकार लूप ले जाने के इसके  अनुप्रयोग।
  • एम्पीयर के नियम और अनन्त रूप से लम्बे सीधे तार के इसके अनुप्रयोग, सीधे और टोराइडी परिनालिका, एक समान चुम्बकीय क्षेत्र में चलती आवेश पर बल, साइक्लोट्रॉन।
    • एक समान चुम्बकीय क्षेत्र में धारा वहन कंडक्टर पर बल। दो समानान्तर विद्युत धारा वहन कंडक्टर के मध्य बल- एम्पीयर की परिभाषा, एक समान चुम्बकीय क्षेत्र में धारा लूप द्वारा अनुभव किया गया टॉर्क (torque), कुण्डलित गैल्वेनोमीटर का हिलना, इसकी धारा संवेदनशीलता और एमीटर और वोल्टमीटर वोल्टेज धारा लूप को चुम्बकीय द्वि-ध्रुवीय और इसके चुम्बकीय द्वि-ध्रुवीय क्षण के रूप में परिवर्तित करना। घूर्णित इलेक्ट्रॉन का चुम्बकीय द्वि-ध्रुवीय आघूर्ण। अपनी धुरी के साथ एक चुम्बकीय द्वि-ध्रुवीय (छड़ चुम्बक) और अपनी धुरी के लम्बवत होने के कारण चुम्बकीय क्षेत्र की तीव्रता, एक समान चुम्बकीय क्षेत्र में एक चुम्बकीय द्वि-ध्रुवीय (छड़ चुम्बक) पर टोक (Torque), छड़ चुम्बक के रूप में समतुल्य सोलेनोइड, चुम्बकीय क्षेत्र रेखा, पृथ्वी के चुम्बकीय क्षेत्र और चुम्बकीय तत्त्व, पारा, पृथक और लौह-चुम्बकीय पदार्थ, उदाहरण के साथ विद्युत-चुम्बकीय और उसकी शक्ति को प्रभावित करने वाले कारक, स्थायी चुम्बक।
  1. विद्युत चुम्बकीय प्रेरण और प्रत्यावर्ती धाराएँ :
  • विद्युत चुम्बकीय प्रेरण, फ्राडे का नियम, प्रेरित ईएमएफ (emf) और धारा, लेन्ज का नियम, आवर्त धारा, स्व और पारस्परिक प्रेरकत्व।
    • विस्थापन धारा की आवश्यकता।
    • प्रत्यावर्तन धारा, एसी/वोल्टेज की उत्कर्ष और  rms मान,  प्रतिघात और प्रतिबाधा, LC, दोलन (केवल गुणात्मक निरूपण), LCR शृँखला परिपथ, अनुनाद, AC परिपथ में शक्ति, वॉटहीन धाराएँ।
    • एसी जनरेटर और ट्रांसफार्मर।
  1. विद्युत चुम्बकीय तरंगें : विद्युत चुम्बकीय तरंगें और उनकी विशेषताएँ (केवल गुणात्मक सिद्धान्त), विद्युत चुम्बकीय तरंगों की अनुप्रस्थ प्रकृति।
  • विद्युत चुम्बकीय वर्णक्रम/रेडियो तरंगें, सूक्ष्म तरंगें, अवरक्त, दृश्यमान, पराबैंगनी, एक्स-रे, गामा किरणों सहित उनके उपयोग के बारे में प्राथमिक तथ्य।
  1. प्रकाशिकी : प्रकाश, गोलाकार दर्पण, दर्पण सूत्र, प्रकाश का अपवर्तन, कुल आन्तरिक  परावर्तन और उसके अनुप्रयोग, प्रकाशीय तन्तुओं, गोलाकार सतहों पर अपवर्तन, लेंस, पतले लेंस सूत्र, लेंस निर्माता का सूत्र, आवर्धन, लेंस की शक्ति, सम्पर्क में पतले लेंस का संयोजन। प्रिज्म के माध्यम से प्रकाश का अपवर्तन और विसरण, प्रकाश का प्रकीर्णन – आकाश का नीला रंग और सूर्योदय और सूर्यास्त के समय लाल रंग का दिखाई देना।
  • प्रकाशिकी (ऑप्टिकल) उपकरण – मानव आँख, प्रतिबिम्ब रचना और सामंजस्य, नेत्र दोष (निकट दृष्टि दोष, दीर्घ दृष्‍टि दोष, जरादूरदृष्टि दोष और दृष्टिवैषम्य) में सुधार लेंस, सूक्ष्मदर्शी और खगोलीय दूरबीन (परावर्तक और अपवर्तन) और उनकी आवर्धक शक्तियों का उपयोग करते हुए।
    • तरंग प्रकाशिकी : तरंगाग्र और ह्युजेन का सिद्धान्त, तरंगाग्र का उपयोग करके समतल सतह पर समतल तरंग का परावर्तन और अपवर्तन। ह्युजेन के सिद्धान्त, व्यतिकरण, यंग का दोहरा भट्ठा परीक्षण और व्यंजक फ्रिंज के साथ हेतु, सुसंगत स्रोत और प्रकाश के सतत व्यतिकरण, एकल भट्ठा के कारण विचलन, केन्द्रीय अधिकतम की चौड़ाई। सूक्ष्मदर्शी और खगोलीय दूरबीन, ध्रुवीकरण, विमान ध्रुवीकृत प्रकाश, ब्रूस्टर का नियम, विमान ध्रुवीकृत प्रकाश और पोलेरोइड्स के उपयोग की समंजन शक्ति।
  1. पदार्थ और विकिरण की दोहरी प्रकृति : फोटोविद्युत प्रभाव, हर्ट्ज़ और लेनार्ड के पर्यवेक्षण। आइंस्टीन का फोटोविद्युत समीकरण, प्रकाश की कण प्रकृति।
  • पदार्थ तरंग – कणों की तरंग प्रकृति, डी-ब्रोगली सम्बन्ध,  डैविसन – जर्मेर परीक्षण।
  1. परमाणु और नाभिक : अल्फा – कण प्रकीर्णन परीक्षण, परमाणु के रदरफोर्ड मॉडल, बोर मॉडल, ऊर्जा स्तर, हाइड्रोजन वर्णक्रम
  • नाभिक की संरचना और आकार, परमाणु द्रव्यमान, समस्‍थानिक, समताप-रेखा, समन्यूट्रॉनी नाभिक, रेडियोधर्मिता – अल्फा, बीटा और गामा कण/किरण और उनके गुण, रेडियोधर्मी क्षय नियम। द्रव्यमान ऊर्जा सम्बन्ध, द्रव्यमान दोष, बाध्यकारी ऊर्जा प्रति नाभिक और द्रव्यमान संख्या के साथ इसकी भिन्नता, नाभिकीय विखण्डन और संलयन।
  1. इलेक्ट्रॉनिक उपकरण : अर्धचालक, अर्धचालक डायोड – I.V. अग्रदिशिक और पश्चदिशिक बायस में विशेषताएँ, शोधक के रूप में डायोड, एलईडी की I-V  विशेषताएँ, फोटोडायोड, सौर बैटरी और जेनर डायोड, जेनर डायोड वोल्टेज नियामक, जंक्शन ट्रांजिस्टर, ट्रांजिस्टर कार्य के रूप में, एक ट्रांजिस्टर की विशेषताएँ, एम्पलीफायर के रूप में ट्रांजिस्टर (सामान्य एमिटर विन्यास) और दोलक, लॉजिक गेट्स (OR, AND, NOT, NAND और NOR), स्विच के रूप में ट्रांजिस्टर, बुलीय बीजगणित (केवल प्राथमिक सिद्धान्त)।
  2. संचार प्रणाली : संचार प्रणाली के तत्त्व (केवल आरेख ब्लॉक), संकेतों की बैंडविड्थ (भाषण, टीवी और डिजिटल डेटा), वायुमंडल में विद्युत चुम्बकीय तरंगों के संचरण माध्यम प्रसार की बैंडविड्थ, आकाश और अंतरिक्ष तरंग प्रसार, मॉड्यूलेशन की आवश्यकता, आयाम के उत्पादन और संसूचन मॉड्यूलेटेड तरंग।
  • उपग्रह संचार प्रणाली और इसके उपयोग : हमारे दैनिक जीवन में उपयोग किए जाने वाले इलेक्ट्रॉनिक गैजेट के प्राथमिक विचार जैसे – मोबाइल, फैक्स, मॉडेम, कम्प्यूटर  और इण्टरनेट, सुदूर संवेदन आदि।

Chemistry/रसायन विज्ञान

बिहार सिपाही परीक्षा के लिए रसायन विज्ञान का पाठ्यक्रम BSEB की कक्षा 12 पाठ्यक्रम पर आधारित है। नीचे रसायन विज्ञान विषय के लिए विस्तृत बिहार पुलिस सिपाही का पाठ्यक्रम है।

रसायन विज्ञान, रेडियोधर्मिता, तत्त्वों के वर्गीकरण और गुणों में आवधिकता, रासायनिक सम्बन्ध और आणविक संरचना, पदार्थ की अवस्था : गैस और तरल पदार्थ, ऊष्मा गतिकी, संतुलन, रेडॉक्स अभिक्रिया, हाइड्रोजन, s-, p-, d-, f- ब्लॉक तत्त्व, महत्त्वपूर्ण यौगिकों, उनके गठन और गुण, हाइड्रोकार्बन, पर्यावरण रसायन विज्ञान, ठोस अवस्था, विद्युत्-रसायन, रासायनिक बलगतिकी, पृष्ठीय रसायन, तत्त्वों के पृथक्करण, उपसहसंयोजन यौगिक, हलोलकानेस और हालॉरेन्स, अल्कोहल, फिनाइल और ईथर, एल्डिहाइड, कीटोन और कार्बोक्सिलिक अम्ल, कार्बनिक यौगिक युक्त नाइट्रोजन,  जैवाणु, बहुलक की प्रक्रिया और सामान्य सिद्धान्त। दैनिक जीवन में रसायन विज्ञान।

Biology/जीवविज्ञान

नीचे जीव विज्ञान विषय के लिए विस्तृत बिहार पुलिस सिपाही का पाठ्यक्रम है।

  • जैव विविधता,
  • जीवन रूपों, कोशिकाओं की संरचना
  • जीवन और पर्यावरण, जीवन प्रक्रियाएँ,
  • पशुओं और पौधों में नियंत्रण और समन्वय,
  • प्रजनन और विकास,
  • आनुवंशिकता और विकास,
  • जैव प्रोद्यौगिकी और इसके अनुप्रयोग,
  • अनुप्रयुक्त जीव विज्ञान,
  • प्राकृतिक संसाधनों का प्रबंधन।

Economics/अर्थशास्त्र

नीचे अर्थशास्त्र विषय के लिए विस्तृत बिहार पुलिस सिपाही का पाठ्यक्रम है।

1.         A. परिचय

  • अर्थशास्त्र क्या है?
  • अर्थशास्त्र और आर्थिक घटना की मूलभूत समझ विशेषकर संसाधनों की कमी और आवंटन की अवधारणा के सन्दर्भ में।
    • अर्थशास्त्र की परिभाषाएँ : एडम स्मिथ, अल्फ्रेड मार्शल, लियोनेल रॉबिन्स, सैमुएलसन।
    • अर्थ, अर्थशास्त्र में सांख्यिकी का विषय-क्षेत्र और महत्त्व।

B. आँकड़ों का संग्रहण, संगठन और प्रस्तुति

  • आँकड़ों का संग्रहण – आँकड़ों के स्रोत- प्राथमिक और द्वितीयक; कैसे आधारभूत  आँकड़ें एकत्र किए जाते हैं; आँकड़ा एकत्र करने की विधि; द्वितीयक आँकड़ों के तीन महत्त्वपूर्ण स्रोत। भारत की जनगणना, राष्ट्रीय नमूना सर्वेक्षण संगठन और सांख्यिकी और मूल्यांकन निदेशालय, बिहार, पटना।
  • आँकड़ों का संगठन: चर के अर्थ और प्रकार; आवृत्ति वितरण।
  • आँकड़ों की प्रस्तुति: सारणीबद्ध प्रस्तुति और आँकड़ों की आरेखीय प्रस्तुति :
  • ज्यामितीय रूप (दण्ड आरेख और वृत्त आरेख),
    • आवृत्ति आरेख (आयत चित्र, बहुभुज और औजाइव) और
    • अंकगणित रेखा आरेख (समय शृँखला आरेख)

C. सांख्यिकीय उपकरण और व्याख्या।

  • केन्द्रीय प्रवृत्ति के माप – माध्य (सरल और भारित), मध्य और बहुलक।
  • प्रसरण के माप – निरपेक्ष प्रसरण (परिसर, चतुर्थक विचलन, माध्य विचलन और मानक विचलन), सापेक्ष प्रसरण (चतुर्थक-विचलन का गुणांक, माध्य विचलन का गुणांक,  विचरण गुणांक)। लोरेंज वक्र : अर्थ और उसका अनुप्रयोग।
  • सूचकांकों का परिचय – अर्थ; सूचकांक क्या दर्शाता है, मापता है या इंगित करता है; आप सूचकांक का निर्माण कैसे कर सकते हैं; प्रकार – थोक मूल्य सूचकांक, उपभोक्ता मूल्य सूचकांक और औद्योगिक उत्पादन सूचकांक, सूचकांक संख्याओं का उपयोग; मुद्रास्फीति और सूचकांक।

2. बिहार और भारत का आर्थिक विकास

  • विकास नीतियाँ और अनुभव (1947-90)
  • स्वतंत्रता की पूर्व संध्या पर बिहार और भारतीय अर्थव्यवस्था की स्थिति का संक्षिप्त परिचय।
    • पंचवर्षीय योजनाओं के सामान्य लक्ष्य।
    • मुख्य विशेषताएँ, समस्याएँ और नीतियाँ :
  • कृषि (संस्थागत पहलू और नई कृषि रणनीति आदि)
    • उद्योग (कृषि-आधारित, औद्योगिक लाइसेंसिंग आदि) और
    • विदेश व्यापार।
  • 1991 से आर्थिक सुधार
  • आवश्यकता और मुख्य विशेषताएँ : उदारीकरण, वैश्वीकरण और निजीकरण।
    • सेज और एलपीजी नीतियों का मूल्यांकन।
    • बिहार का प्रभाव।
  • वर्तमान चुनौतियों का सामना करती बिहार और भारत की अर्थव्यवस्था।
  • गरीबी : निरपेक्ष और सापेक्ष; गरीबी रेखा का अर्थ; गरीबी का दुष्चक्र; गरीबी के कारण; गरीबी उन्मूलन पर सरकारी और गैर-सरकारी उपाय; गरीबी उन्मूलन के लिए मुख्य कार्यक्रम : एक महत्त्वपूर्ण मूल्यांकन।
    • ग्रामीण विकास : प्रमुख मुद्दे- ऋण और विपणन- सहकारी समितियों और स्वयं सहायता समूहों की भूमिका; कृषि विविधीकरण; वैकल्पिक खेती- जैविक खेती।
    • पिछले कुछ वर्षों में जनसंख्या वृद्धि; 2001 की जनगणना; आयु, लिंग संरचना; जनसंख्या का घनत्व और व्यावसायिक वितरण; जनसंख्या पर वर्तमान राष्ट्रीय नीति।
    • मानव पूँजी निर्माण : कैसे लोग संसाधन बन जाते हैं; आर्थिक विकास में मानव पूँजी की भूमिका; भारत में शिक्षा क्षेत्र का विकास।
    • रोजगार : विकास अनौपचारिकता और अन्य मुद्दे; समस्याएँ और नीतियाँ।
    • अवसंरचना : अर्थ और प्रकार ; केस अध्ययन : ऊर्जा और स्वास्थ्य- समस्याएँ और नीतियाँ – महत्त्वपूर्ण मूल्यांकन;
    • बिहार में खाद्य सुरक्षा प्रदान करने में सार्वजनिक वितरण प्रणाली की भूमिका; पीडीएस की एक महत्त्वपूर्ण परीक्षा।
    • बिहार में पूँजी निर्माण; आर्थिक विकास के लिए पूँजी की आवश्यकता।
    • पर्यावरण : सतत आर्थिक विकास; संसाधनों की सीमित उपलब्धता; पर्यावरणीय निम्नीकरण।
  • बिहार का विकास अनुभव : अन्य राज्यों के साथ तुलना
  • बिहार और पंजाब
    • बिहार और महाराष्ट्र
  • मुद्दे : विकास, क्षेत्रीय विकास और अन्य विकास संकेतक।
  • भारत का विकास अनुभव: पड़ोसियों के साथ तुलना
  • भारत और पाकिस्तान
    • भारत और चीन
  • मुद्दे: विकास, क्षेत्रीय विकास और अन्य विकास संकेतक।

3. परिचयात्मक व्यष्टि-अर्थशास्त्र

  • परिचय
  • व्यष्टि-अर्थशास्त्र क्या है?
    • एक अर्थव्यवस्था की केन्द्रीय समस्याएँ, उत्पादन संभावना वक्र और अवसर लागत।
  • उपभोक्ता व्यवहार और माँग
  • उपभोक्ता संतुलन – उपयोगिता दृष्टिकोण के माध्यम से संतुलन का अर्थ और प्राप्ति : एक और दो मदों के मामले;
    • माँग, बाजार की माँग, माँग के निर्धारक, माँग अनुसूची, माँग वक्र,  माँग वक्र में गति और स्थानांतरण।
    • माँग की कीमत लोच, माँग की कीमत लोच की माप- प्रतिशत, कुल व्यय और ज्यामितीय विधि।
  • निर्माता व्यवहार और आपूर्ति
  • उत्पादन फलन : कारक के प्रतिफल और मापक के प्रतिफल।
    • आपूर्ति : बाजार की आपूर्ति, आपूर्ति के निर्धारक, आपूर्ति अनुसूची, आपूर्ति वक्र में गति और स्थानांतरण।
    • आपूर्ति की कीमत लोच, आपूर्ति की कीमत लोच की माप- प्रतिशत और ज्यामितीय विधि।
    • लागत और राजस्व : लघु प्रचालन लागत – कुल लागत, कुल परिवर्तनीय लागत, कुल स्थिर लागत; औसत स्थिर लागत, औसत परिवर्तनीय लागत और सीमांत लागत – अर्थ और उनका सम्बन्ध। राजस्व-कुल, औसत और सीमांत राजस्व; अवसर लागत : परिभाषा, अनुप्रयोग।
    • उत्पादक संतुलन – कुल लागत और कुल राजस्व के सन्दर्भ में अर्थ और इसकी शर्तें।
  • बाजार के प्रकार और मूल्य निर्धारण
  • बाजार के प्रकार – पूर्ण प्रतिस्पर्धा, एकाधिकार, एकाधिकार प्रतियोगिता- उनके अर्थ और विशेषताएँ।
    • पूर्ण प्रतिस्पर्धा के अधीन मूल्य निर्धारण – संतुलन की कीमत, माँग और आपूर्ति में बदलाव का प्रभाव।
  • माँग और आपूर्ति वक्र के सरल अनुप्रयोग के उपकरण
  • शिक्षकों को मुद्दों को चुनने के लिए लचीलापन दिया जा सकता है : राशन प्रणाली, अधिकतम और न्यूनतम मूल्य तथा खाद्य उपलब्धता में ह्रास (FAD) सिद्धान्त। शिक्षकों को ऐसे वैकल्पिक उदाहरण चुनने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है, जो सरल और समझने में आसान हो।
  • पाठ्य पुस्तक लेखकों के लिए टिप्पणी : दिन-प्रतिदिन के सन्दर्भ से अधिक उदाहरण दिए जा सकते हैं। अधिक संख्यात्मक उदाहरण (हल) देने होंगे। चित्रों, चार्ट और सरल तालिकाओं का उपयोग आवश्यक है।

4.परिचयात्मक समष्टि-अर्थशास्त्र

  • राष्ट्रीय आय और सम्बन्धित समुच्चय
  • समष्टि-अर्थशास्त्र : अर्थ
    • आय का वृत्ताकार प्रवाह, DP, GNP, NDP, NNP (बाजार मूल्य और कारक लागत पर) की संकल्पना, राष्ट्रीय प्रयोज्य आय (सकल और शुद्ध) की संकल्पना; निजी आय, व्यक्तिगत आय और व्यक्तिगत प्रयोज्य आय।
    • राष्ट्रीय आय का मापन : मूल्य वर्धित विधि, आय विधि और व्यय विधि।
  • आय और रोजगार का निर्धारण
  • सकल माँग, सकल आपूर्ति और उसके घटक।
    • उपभोग करने की प्रवृत्ति और बचत करने की प्रवृत्ति (औसत और सीमांत)
    • अनैच्छिक बेरोजगारी और पूर्ण रोजगार का अर्थ।
    • आय और रोजगार का निर्धारण : दो क्षेत्रक मॉडल।
    • निवेश गुणक और उसके कार्य की संकल्पना।
    • अतिरिक्त और अल्प माँग की समस्याएँ : अतिरिक्त और अल्प माँग को सही करने के उपाय- ऋण की उपलब्धता, सरकारी व्यय में बदलाव।
  • मुद्रा और बैंकिंग
  • मुद्रा – अर्थ, विकास और कार्य।
    • मुद्रास्फीति : लागत-प्रेरित; माँग-प्रेरित; कारण, समाज के विभिन्न समूहों पर मुद्रास्फीति के प्रभाव; मुद्रास्फीति को नियंत्रित करने के उपाय।
    • केन्द्रीय बैंक – अर्थ और कार्य।
    • वाणिज्यिक बैंक – अर्थ और कार्य।
    • भारतीय बैंकिंग प्रणाली में हाल के महत्त्वपूर्ण सुधार और मुद्दे : निजीकरण और आधुनिकीकरण।
  • सरकारी बजट और अर्थव्यवस्था।
  • सरकारी बजट- अर्थ और इसके घटक।
    • सरकारी बजट का उद्देश्य
    • आय का वर्गीकरण- राजस्व और पूँजी;
    • कर – प्रकार
    • व्यय का वर्गीकरण- राजस्व और पूँजी, योजना और गैर-योजना और विकासात्मक और गैर-विकासात्मक।
    • संतुलित बजट, अधिशेष बजट और घाटे का बजट : अर्थ और निहितार्थ।
    • राजस्व घाटा, राजकोषीय घाटा और प्राथमिक घाटा : अर्थ और निहितार्थ; विभिन्न घाटे को रोकने के उपाय।
    • बिहार और भारत का नवीनतम बजट।
  • अन्तरराष्ट्रीय व्यापार :
  • अन्तरराष्ट्रीय व्यापार क्यों होता है
    • भुगतान खाता संतुलन – अर्थ और घटक
    • विदेशी मुद्रा दर – अर्थ (स्थिर और लचीला), गुण और अवगुण, माँग और आपूर्ति के माध्यम से निर्धारण।
    • हाल की विनिमय दर के मुद्दों का एक संक्षिप्त विश्लेषण।

बिहार पुलिस सिपाही परीक्षा पैटर्न

खण्ड नामप्रश्नों की कुल संख्याअधिकतम अंक
बिहार पुलिस सिपाही (हिन्दी, English, गणित, इतिहास, भूगोल, राजनीति, अर्थशास्त्र, भौतिकी, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान)100100

बिहार पुलिस सिपाही चयन प्रक्रिया

बिहार पुलिस में सिपाही के पद के लिए चयन निम्नलिखित चरणों में किया जाएगा :

चरण 1 : लिखित परीक्षा

चरण 2 : शारीरिक दक्षता/मापन परीक्षण (PET/PST)

चरण 3 : चिकित्सीय परीक्षा

Complete Selection Criteria – Bihar Police Constable

बिहार पुलिस सिपाही परीक्षा – महत्त्वपूर्ण तिथियाँ

बिहार पुलिस सिपाही अधिसूचना दिनांक 202012 नवम्बर, 2020
बिहार पुलिस सिपाही आवेदन पत्र शुरू13नवम्बर, 2020
बिहार पुलिस सिपाही ऑनलाइन आवेदन करने की अन्तिम तिथि14 दिसम्बर, 2020
बिहार पुलिस सिपाही शुल्क जमा करने की अन्तिम तिथि14 दिसम्बर, 2020
बिहार पुलिस सिपाही प्रवेश-पत्र डाउनलोड करने की तिथिपरीक्षा की तारीख से 15 दिन पहले
बिहार पुलिस सिपाही परीक्षा तिथि 202014 मार्च और 21मार्च, 2021

टिप्पणी : यह एक पेन-पेपर आधारित ऑफलाइन परीक्षा है और क्वालीफाइंग प्रकृति का है। गलत उत्तरों के लिए कोई ऋणात्मक अंक नहीं है।

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बिहार पुलिस सिपाही पाठ्यक्रम – अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)

बिहार पुलिस सिपाही में चयन प्रक्रिया क्या है?

चयन प्रक्रिया में 3 चरण शामिल हैं। पहला चरण क्वालीफाइंग प्रकृति का है। और 30% अंक पाने वाले उम्मीदवार अगले चरणों के लिए पात्र होंगे। लिखित परीक्षा, शारीरिक दक्षता/मापन परीक्षण (PET/PST), चिकित्सीय परीक्षा

बिहार पुलिस सिपाही लिखित परीक्षा में कितने प्रश्न होंगे?

पेन-पेपर आधारित परीक्षा (ऑफलाइन) में 100 वस्तुनिष्ठ प्रश्न होंगे

मैं BPSSC पाठ्यक्रम की PDF कहाँ से डाउनलोड कर सकता हूँ?

आप इसका पाठ्यक्रम @ bpssc.bih.nic.in या इस ब्लॉग से डाउनलोड कर सकते हैं।

बिहार पुलिस सिपाही परीक्षा की परीक्षा तिथि क्या है?

14 मार्च और 21 मार्च 2021

क्या बिहार पुलिस सिपाही परीक्षा में कोई ऋणात्मक अंक है?

नहीं, बिहार पुलिस सिपाही परीक्षा में कोई  ऋणात्मक अंक नहीं है।

बिहार पुलिस सिपाही का वेतन कितना है?

21,700-69,100 रु.

बिहार पुलिस भर्ती 2020 के लिए कितनी रिक्तियाँ उपलब्ध हैं?

8,415 रिक्तियाँ घोषित की गई हैं।

E-books/बुक्स

आप यहाँ से SSC, बैंकिंग, रेलवे, बीमा और अन्य सरकारी परीक्षाओं के लिए महत्त्वपूर्ण 200+ ई-बुक्स डाउनलोड कर सकते हैं।

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